-डीआईओएस बोले एडमिट कार्ड जारी करने बाले कॉलेज की भी कराई जाएगी जांच

-एसडीएम ने सूचना पर मारा छापा, इंग्लिश के पेपर में पकड़ा सॉल्वर

बरेली : यूपी बोर्ड एग्जाम्स की चुस्त-दुरुस्त तैयारियों को एक बार फिर झटका लगा है। सैटरडे को एग्जाम के दौरान अपने भाई की जगह पेपर दे रहा सॉल्वर पकड़ा गया। नवाबगंज के श्री कृष्ण इंटर कॉलेज में जनता हायर सेकेन्ड्री स्कूल, लावाखेड़ा का सेंटर पड़ा था। सूचना के आधार पर छापा मारने पहुंचे एसडीएम ने फ‌र्स्ट शिफ्ट में हाईस्कूल इंग्लिश का पेपर देते हुए सॉल्वर को रंगेहाथ पकड़ा। उसके खिलाफ नवाबगंज थाने में एफआईआर कराई गई। कॉलेज से जारी प्रवेशपत्र में सॉल्वर की फोटो लगी थी। एसडीएम ने मामले की जांच शुरू कर प्राइमरी रिपोर्ट डीएम को भेज दी है। इससे पहले मऊ और बलिया में इंटर फिजिक्स का सॉल्व्ड पेपर आउट हो चुका है।

स्टूडेंट घूम रहा था बाहर

सैटरडे को एसडीएम कुमार धर्मेन्द्र को सूचना मिली कि इस सेंटर के रूम नंबर तीन में एक सॉल्वर पेपर दे रहा है। एसडीएम वहां पहुंचे, तो पहली लाइन में रोल नम्बर 0792644 पर अशोक कुमार अपने भाई संतोष कुमार की सीट पर बैठकर एग्जाम दे रहा था। उसने माना कि वह भाई का पेपर दे रहा था। उसका भाई संतोष कॉलेज के बाहर टहल रहा है। अशोक और संतोष को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया। केन्द्र व्यवस्थापक जितेन्द्र सिंह की ओर से एफआईआर कराई गई।

पहले भी पकड़ा गया सॉल्वर

तीन साल पहले लेखपाल भर्ती परीक्षा के लिए श्री कृष्ण इंटर कॉलेज को सेंटर बनाया गया था। तब भी यहां एक सॉल्वर पकड़ा गया था। एक बार फिर सॉल्वर के पकड़े जाने से कॉलेज की छवि पर सवाल खड़े हो गए हैं।

तो सॉल्वर पहले से सेट था

सॉल्वर को पेपर दिलाने की तैयारी पहले से थी, तभी स्कूल ने सॉल्वर की फोटो के साथ प्रवेशपत्र जारी कर दिया था। फोटो इतना खराब था कि शक्ल पहचानना मुमकिन नहीं था। इस मामले में स्कूल प्रिंसिपल ने असली स्टूडेंट के जिस रजिस्ट्रेशन नंबर को प्रमाणित करने का जो प्रमाणपत्र दिया, उसमें फोटो ही नहीं लगाई गई। माना जा रहा है कि सब कुछ पहले से सेट कर लिया गया था। सॉल्वर ने साल 2014 में इसी कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी, जिसके बाद भी कॉलेज स्टाफ उसे हाईस्कूल का पेपर देते हुए पहचान नहीं पाया।

हिन्दी का पेपर दे चुका है सॉल्वर

खबरें हैं कि सॉल्वर अपने भाई की जगह पर 18 फरवरी को हुआ हिन्दी विषय का पेपर दे चुका है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है। सीसीटीवी फुटेज की जांच के बाद यह साफ हो जाएगा।

स्टूडेंट का प्रवेशपत्र जारी करने वाले स्कूल और सेंटर की जांच की जाएगी। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।

कुमार धर्मेन्द्र, एसडीएम

-सेंटर इंचार्ज की तरफ से दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। छात्र का एडमिट कार्ड भी जमा कर लिया गया है। मामले की जांच कराई जाएगी।

अमरकांत सिंह, डीआईओएस बरेली