- डीआईओएस की मांग पर परिवहन विभाग करेगा बस का इंतजाम

- परीक्षा के दौरान केंद्रों के आस-पास एंबुलेंस रहेगी मौजूद

- नकल रोकने के लिए एसटीएफ भी होगी मुस्तैद, लगेगा रासुका

- 56 लाख परीक्षार्थी होगी बोर्ड परीक्षा में शामिल।

- 8 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड परीक्षा।

रुष्टयहृह्रङ्ख : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा में शामिल होने वाले करीब 56 लाख परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र तक पहुंचने में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए स्पेशल बस सेवा शुरू की जाएगी। हर जिले में परिवहन विभाग जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) की मांग के अनुसार यूपी बोर्ड परीक्षा स्पेशल बस सेवा की सुविधा देगा। शनिवार को डिप्टी सीएम डॉ। दिनेश शर्मा ने विधानभवन में स्थित अपने कार्यालय में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ 18 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड परीक्षा की तैयारियों को लेकर बैठक की। बैठक में अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था पीवी रामाशास्त्री, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य देवेश चतुर्वेदी, पुलिस महानिरीक्षक एसटीएफ अमिताभ यश आदि मौजूद रहे।

एंबुलेंस की भी सुविधा

उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि बोर्ड परीक्षा केंद्रों के आसपास 108 एंबुलेंस सेवा उपलब्ध रहे।

-अगर किसी परीक्षार्थी की तबीयत बिगड़े तो उसे तुरंत चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करवाई जा सके।

- फिलहाल नकल को रोकने के लिए जिला पुलिस परीक्षा केंद्रों के आसपास लगातार पेट्रोलिंग करेगी और एसटीएफ की टीमें भी गोपनीय ढंग से नकल माफियाओं पर अपनी नजर रखेंगी।

- नकल करवाने वाले गिरोहों पर गैंगेस्टर एक्ट व रासुका के तहत कार्रवाई होगी। वहीं नकल के लिए बदनाम रहे जिले, जिसमें बलिया, अलीगढ़, आगरा, मेरठ व बागपत सहित करीब 18 जिलों में विशेष सर्तकता बरती जाएगी।

- लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए गए कि वह बोर्ड परीक्षा केंद्रों व मूल्यांकन केंद्रों की ओर जाने वाले मार्ग को तत्काल गड्ढा मुक्त करें।

- बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि परीक्षा के दौरान बिजली की निर्बाध आपूर्ति की जाए। जिन क्षेत्र में परीक्षा केंद्र व मूल्यांकन केंद्र हैं, वहां विशेष ध्यान दिया जाए।

परीक्षा केंद्रों के आसपास न रहे अतिक्रमण

नगर विकास विभाग को बैठक में निर्देश दिए गए कि वह परीक्षा केंद्रों व मूल्यांकन केंद्रों के आसपास के क्षेत्र को अतिक्रमण से मुक्त करवाए.ं साफ-सफाई के साथ चूने का छिड़काव भी किया जाए।