- खामियां मिलने पर व्यवस्थापकों को जारी किए निर्देश

- अधिकांश केंद्रों पर सिटिंग प्लान में मिल रही गड़बड़ी

Meerut: यूपी बोर्ड परीक्षाएं आरंभ हो चुकी हैं, लेकिन प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी बोर्ड परीक्षाओं में अनेक प्रकार की खामियां सामने आ रही हैं। कक्ष निरीक्षकों की कमी के कारण केंद्र व्यवस्थापकों के पसीने छूट रहे हैं। वहीं दूसरे दिन सचल दल द्वारा निरीक्षक करते हुए अधिकांश केंद्रों पर सिटिंग प्लान को लेकर गोलमोल होता नजर आया। वहीं दूसरे दिन भी मेरठ सहित अन्य जनपदों में नकलचियों का बोलबाला रहा और यह संख्या 11 तक पहुंच गई।

विभाग की तरफ से होगी कार्रवाई

यूपी बोर्ड परीक्षाओं में जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन न करने वाले केंद्र व्यस्थापकों पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। सूत्रों की माने तो सचल दलों के निरीक्षण के दौरान अधिकांश केंद्रों पर पाया गया है कि जिन विद्यालयों को स्वयं परीक्षा केंद्र बनाया गया है उन पर विद्यालयों की छात्राओं के लिए अलग से सिटिंग प्लान किया गया है और बाहरी सेंटर वाली छात्राओं को अगल रूम में बैठाया जा रहा है।

दिए गए निर्देश

यदि किसी केंद्र पर इस तरह की व्यवस्था की गई है तो केंद्र व्यवस्थापक उस पर ध्यान दें। एकांतर क्रम में सभी छात्राओं को बैठाने की व्यवस्था करे। ताकि छात्राएं एक दूसरे की उत्तर पुस्तिका न देख सकें। दूसरा जिन छात्रों के आवेदन पत्रों में कम्यूटर त्रुटि के कारण गलतियां हो गई है उन्हें केंद्र व्यवस्थापक स्वयं दूर कर परीक्षार्थियों को परीक्षा देने दे और जिला विद्यालय निरीक्षक को तत्काल सूचित करें। आदेशों का पालन न करने वाले केंद्र व्यवस्थापकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएंगी।

रोचक रहा प्रश्नपत्र

यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की गृहविज्ञान परीक्षा में इस बार परीक्षार्थियों से काफी रोचक सवाल पूछे गए। हालांकि प्रश्नपत्र औसत रहा। खालसा इंटर कॉलेज से परीक्षा देकर निकली मोली ने बताया कि प्रश्नपत्र काफी आसान आया था 35 नंबर के प्रश्नपत्र में 14 प्रश्न हल करने थे जो काफी आसान थे। ज्योति ने बताया कि प्रश्नों को हल करने के लिए ऑप्शन तलाशने की आवश्यकता नहीं थी। गृह विज्ञान प्रवक्ता डॉ। नीरा तोमर ने बताया कि इस बार प्रश्नपत्र काफी रोचक बनाया गया था।

संगीत में रुचि कम दिखी

जनपद में हाईस्कूल संगीत विषय की परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या कम रही। जनपद में 171 पंजीकृत छात्रों में से 153 ही परीक्षा देने पहुंचे। वहीं इंटरमीडिएट गृह विज्ञान की परीक्षा में 5011 परीक्षार्थियों में से 4597 छात्रों ने परीक्षा दी और मंडल में 561 परीक्षार्थियों ने गृह विज्ञान की परीक्षा से किनारा किया जिसमें सबसे अधिक संख्या बुलंदशर में दर्ज की गई। आरजी इंटर कॉलेज से परीक्षा देकर निकली विभा ने बताया कि संगीत का प्रश्नपत्र काफी सरल आया था। आरजी कॉलेज की संगीत अध्यापिका खुशबू ने बताया कि इस बार काफी आसान प्रश्नपत्र आया था।

ड्यूटी न करने पर होगी कार्रवाई

बोर्ड परीक्षा के दौरान केंद्र पर कक्ष निरीक्षक नियुक्त होने के बाद भी ड्यूटी न करने वाले एक शिक्षकों पर डीआईओएस ने कार्रवाई करने का फरमान जारी किया है। सूत्रों की माने तो शिक्षक का कहना था कि अगर मुझे ड्यूटी ही करनी होती तो मैं अपने विद्यालय में ही करता बाहर जाकर क्यों करु। डीआईओएस श्रवण कुमार यादव ने शिकायत मिलने के बाद जांच करते हुए मनमानी करने वाले शिक्षक का वेतन रोकने के आदेश जारी किए हैं।

विज्ञान के प्रश्नपत्र पड़े कम

शनिवार को सुबह की पाली में होने वाली हाईस्कूल विज्ञान परीक्षा के लिए जिले में परीक्षा केंद्रों पर प्रश्नपत्रों की कमी पड़ गई है। जिनकी पूर्ति के लिए अन्य परीक्षा केंद्रों से सपंर्क कर उन्हें पुरा करने की कोशिश अधिकारियों द्वारा की जा रही है।

मंडल के परीक्षार्थियों की संख्या

संगीत हाईस्कूल

जिला पंजीकृत अनुपस्थित

मेरठ 171 20

बागपत 0 0

गाजियाबाद 123 05

हापुड़ 00 00

गौतमबुद्धनगर 38 04

बुलंदशहर 281 06

गृहविज्ञान इंटर

जिला पंजीकृत अनुपस्थित

मेरठ 5011 441

बागपत 852 24

गाजियाबाद 2419 96

हापुड़ 1570 60

गौतमबुद्धनगर 1086 53

बुलंदशहर 4186 214