पहले ही दिन सौ के ऊपर पहुंचा नकलचियों के पकड़े जाने का आंकड़ा

11 हजार से अधिक केन्द्रों पर शुरू हुई बोर्ड परीक्षा

ALLAHABAD: माध्यमिक शिक्षा परिषद की दसवीं और बारहवीं की बोर्ड परीक्षाओं का गुरुवार को आगाज हो गया। बोर्ड परीक्षाओं को लेकर स्टूडेंट्स में भी खासा उत्साह दिखाई दिया। यूपी बोर्ड परीक्षाओं में इस बार 60 लाख से अधिक स्टूडेंट्स शामिल हो रहे हैं। इसमें हाईस्कूल के कुल 34 लाख चार हजार 715 स्टूडेंट्स व इंटरमीडिएट के कुल 26 लाख 56 हजार 319 स्टूडेंट्स शामिल हैं। बोर्ड की ओर से स्टूडेंट्स की संख्या को देखते हुए प्रदेश में कुल 11 हजार से अधिक परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं। सभी केंद्रों पर दो पालियों में परीक्षा आयोजित की गई। पहली पाली में हाईस्कूल में हिन्दी व इंटरमीडिएट में मिलीट्री साइंस का पेपर था। पहली पाली की परीक्षा सुबह साढ़े सात से पौने ग्यारह बजे तक आयोजित की गई। दूसरी पाली की परीक्षा में इंटरमीडिएट में हिन्दी प्रथम प्रश्नपत्र की परीक्षा आयोजित की गई। दूसरी पाली की परीक्षा दोपहर दो से शाम सवा पांच बजे तक आयोजित की गई।

पकड़े गए 110 नकलची

हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं के पहले ही दिन नकलचियों के पकड़े जाने का आंकड़ा सैकड़े को पार कर गया। पहले दिन सूबे में दोनों पालियों की परीक्षा में कुल 110 नकलची पकड़े गए। बोर्ड की ओर से सेक्टर मजिस्ट्रेट व स्टैटिक मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया था। इसके साथ ही जिले व मंडल स्तर पर विशेष रूप से सचल दल की विभिन्न टीमें गठित की गई थीं। यूपी बोर्ड की सचिव शैल यादव ने बताया कि परीक्षा को नकल विहीन कराने के लिए सभी डीआईओएस व जेडी को सख्त निर्देश दिए गए हैं।

पौने दो लाख ने छोड़ी परीक्षा

पहले ही दिन परीक्षा छोड़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या पौने दो लाख के करीब पहुंच गई। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षाओं में पहले दिन कुल एक लाख 66 हजार 4,45 स्टूडेंट्स अनुपस्थित रहे। इसमें दसवीं की परीक्षा छोड़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 1 लाख 29 हजार 91 रही। जबकि इंटरमीडिएट की बोर्ड परीक्षा छोड़ने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 37 हजार 354 रही।

आसान पेपर से बढ़ा परीक्षार्थियों का उत्साह

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड परीक्षा के पहले दिन मातृभाषा हिन्दी के पेपर ने स्टूडेंट्स को काफी राहत दी। परीक्षा केन्द्रों से हाईस्कूल के स्टूडेंट्स परीक्षा देकर निकले तो उनके चेहरों पर शानदार पेपर होने की खुशी साफ दिखी। स्टूडेंट्स ने पेपर को काफी आसान और स्टैण्डर्ड बताया।

परीक्षा निरस्त करने की संस्तुति

बोर्ड परीक्षा में नकल रोकने के लिए डीआईओएस कोमल यादव के नेतृत्व में विशेष सचल दल तैयार किया गया था। डीआईओएस की टीम ने दोनों पालियों में विभिन्न केन्द्रों पर सघन निरीक्षण किया। सचल दल की टीम ने पहली पाली में 19 नकलची पकड़े। जिसमें 11 बालिकाएं व 8 बालक शामिल रहे। डीआईओएस ने नकल और अव्यवस्थाओं को लेकर प्रथम पाली में छह स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। इसमें गंगा इंटर कालेज, हरि प्रताप इंटर कालेज, बबुरा नटका, जितेन्द्र कुमार सिंह इंटर कालेज बबुरा, श्रीनाथ उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पनासा, श्रीकृष्ण इंटर कालेज डीहा समेत अन्य विद्यालय शामिल हैं। दूसरी पाली में इंटरमीडिएट की परीक्षा के दौरान डीआईओएस के नेतृत्व में सचल दल ने कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान सचल दल की टीम ने कुल 22 नकलची पकड़े। इसमें 15 बालक व 7 बालिकाएं शामिल रहीं। जांच के दौरान नकल को लेकर डीआईओएस ने लाल बहादुर इंटर कालेज थरवारा केन्द्र की परीक्षा निरस्त करने संस्तुति करने के साथ कालेज को ब्लैक लिस्टेड करने की संस्तुति की।