-हाईस्कूल व इंटर की मिली मार्कशीट्स में तमाम गड़बडि़यां

-किसी के माता का नाम है गलत तो किसी का टाइटल ही हो गया है चेंज

-बोर्ड ऑफिस में करेक्शन कराने के स्टूडेंट्स व पेरेंट्स की हो रही गैदरिंग

VARANASI: मेरे फादर का नेम इसमें चेंज करना है। राधेश्याम की जगह काधेश्याम हो गया है। जबकि सिंह के जगह सिग हो गया है। ये गड़बडि़यां हाईस्कूल व इंटर की मिली मार्कशीट्स में मिल रही हैं। बोर्ड ऑफिस में ऐसी कंप्लेन लिए डेली स्टूडेंट्स पहुंच रहे हैं। इन्हें करेक्शन के लिए स्क्रूटनी फॉर्म भरना पड़ रहा है। किसी के माता के नाम में गड़बड़ी है तो किसी का टाइटल ही चेंज हो गया है। यही नहीं मेल स्टूडेंट्स को फीमेल बना दिया गया है। यह सब डेटा इंट्री के दौरान स्पेलिंग मिस्टेक होने के कारण हुआ है। इसमें स्कूल्स कॉलेजेज की ओर से भी गड़बडि़यां हुई हैं।

डेली पहुंच रहे डेढ़ सौ फॉ‌र्म्स

हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के एग्जाम के बाद जिन स्टूडेंट्स के मार्कशीट में नाम को लेकर गड़बडि़यां हुई हैं उनको ठीक कराने के लिए उनसे स्क्रूटनी फॉर्म भराया जा रहा है। इस टाइम बोर्ड ऑफिस में डेली सौ से डेढ़ सौ फॉ‌र्म्स पहुंच रहे हैं। इसके लिए अलग से एक सेल भी बनाया गया है।

फॉर्म भरते समय हुई गलतियां

हाईस्कूल व इंटरमीडिएट के बोर्ड एग्जाम के लिए फॉर्म भराते समय स्कूल व कॉलेजेज द्वारा हुई गलतियों की वजह से स्टूडेंट्स चक्कर लगा रहे हैं। जबकि डेटा फीडिंग में किसी का माइनर स्पेलिंग मिस्टेक होने पर उसे प्रॉब्लम झेलनी पड़ रही है। स्टूडेंट्स के साथ-साथ पेरेंट्स भी डेली चक्कर लगा रहे हैं।

मंगवाया जाता है रिकॉर्ड

अगर किसी के मार्कशीट में माता या पिता का नाम गलत है यानि की गीता के जगह मीता हो गया है तो वह ठीक हो सकता है। लेकिन अगर गीता के जगह गायत्री कराना है तो फिर उसके लिए संबंधित स्टूडेंट को लास्ट पांच सालों की मार्कशीट्स दिखानी पडे़गी। यदि पांच सालों में नाम गायत्री है तो फिर हाईस्कूल या इंटरमीडिएट के मार्कशीट में नाम चेंज हो जाएगा।

फ्क् जुलाई तक भरा जाएगा फॉर्म

मार्कशीट में नाम की गलतियों को दुरुस्त कराने के लिए फ्क् जुलाई तक फॉर्म जमा किया जा सकता है। अभी तक करेक्शन के लि लगभग दो हजार फॉ‌र्म्स आ चुके हैं। इनमें अधिकतर रूरल एरिया के स्कूल-कॉलेजेज से जुड़े हैं।