लखनऊ (पीटीआई)। उत्तर प्रदेश के शहरी और दूरदराज के इलाकों में कोविड-19 की व्यापकता को समझने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में 'सीरो सर्वे' करने का निर्देश दिया है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि राज्य के लोगों में कोरोना वायरस के खिलाफ इम्यूनिटी की वाॅल्यूम का पता लगाने में मदद के लिए 4 जून को सीरोलॉजिकल सर्वेक्षण शुरू किया जाएगा। इससे यह सामने आ जाएगा कि कितने लोगों में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एंटीबाडी बन चुकी है। इसके लिए सैंपल 4 जून से एकत्र किए जाएंगे। सैम्पलिंग के साथ लिंग और आयु सहित विभिन्न मानकों पर सर्वेक्षण की रिपोर्ट तैयार की जाएगी।

सर्वे की रिपोर्ट जून के अंत तक जारी होने की उम्मीद

सीरो सर्वे के लिए स्टाॅफ तैयार किया जा चुका है।सर्वे की रिपोर्ट जून के अंत तक जारी होने की उम्मीद है। ऐसे लोग हैं जिन्होंने आरटी-पीसीआर टेस्ट नही कराया है वे एसिम्टोमैटिक हो सकते हैं। इस स्थिति में सीरो सर्वेक्षण एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है। राज्य में लगभग 97 प्रतिशत का रिवकरी रेट और एक प्रतिशत से कम के पाॅजिटिविटी रेट के साथ, सरकार ने एक टीकाकरण अभियान चलाने की पहल की है जो जून में एक करोड़ लोगों को कवर कर लेगा।

पिछले साल पहली लहर में भी किया गया था ये सर्वे

मंगलवार को शुरू हुआ यह अभियान 18-44 आयु वर्ग के साथ-साथ 45 वर्ष से अधिक आयु के लाभार्थियों पर केंद्रित होगा और राज्य के सभी 75 जिलों में आयोजित किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना की पहली लहर में उत्तर प्रदेश के 11 जिलों में यह सर्वे हुआ था। लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, गोरखपुर, आगरा, प्रयागराज, गाजियाबाद, मेरठ, कौशांबी, बागपत व मुरादाबाद में किए गए सीरो सर्वे में 22.1 फीसद लोगों में एंटीबाडी मिली थी।

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