लखनऊ (पीटीआई)। उत्तर प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक के रूप में शुक्रवार को मुकुल गोयल ने पदभार ग्रहण किया। गोयल ने राज्य के नए डीजीपी के रूप में कार्यभार संभालने के बाद संवाददाताओं से उन्होंने कहा, 'मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि कानून-व्यवस्था बनी रहे। हम लोगों की मदद से अपराध नियंत्रण पर ध्यान देंगे- उनकी मदद के बिना यह संभव नहीं है। पुलिसकर्मियों को संवेदनशील और लोगों से जुड़ा होना चाहिए ताकि उनके बीच की खाई कम हो और अपराध नियंत्रित हो। कई बार पुलिस छोटे-छोटे अपराधों को नजरअंदाज कर देती है जो बाद में बड़ी कानून व्यवस्था की समस्या पैदा करते हैं। ऐसे में हम यह सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा न हो। मैं चाहूंगा कि अधिकारी क्षेत्र में बने रहें। गोयल ने पुलिस के काम में प्रभावी तकनीक के इस्तेमाल की वकालत करते हुए पुलिसिंग के लिए एक कुशल प्रणाली का निर्माण करने की वकालत की।


किसान आंदोलन और बिकरू कांड पर बोले डीजीपी
बिकरू मामले के बारे में पूछे जाने पर, जहां पिछले साल इस दिन आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे, डीजीपी ने कहा, मैं उस समय राज्य में नहीं था, लेकिन यह चर्चा में था आपराधिक-पुलिस गठजोड़ था। अगर इस पर गौर किया जाता तो ऐसा नहीं होता। इसके अलावा धर्म परिवर्तन के मामलों पर, उन्होंने कहा कि उन्हें उनके बारे में जानने के लिए समय की आवश्यकता होगी। दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और निर्दोषों को परेशान नहीं किया जाएगा। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के बारे में गोयल ने कहा, 'हमारी टीम के साथ व्यवस्थाओं का अध्ययन किया जाएगा और जो भी जरूरी होगा हम करेंगे।किसानों के आंदोलन पर डीजीपी ने कहा कि कानून व्यवस्था की समस्या होने पर ही पुलिस की भूमिका होती है।
आईपीएस गोयल ने दोपहर में कार्यभार ग्रहण किया
1987 बैच के आईपीएस अधिकारी गोयल ने यहां दोपहर में कार्यभार ग्रहण किया। एचसी अवस्थी की सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें 30 जून को यूपी डीजीपी के रूप में नियुक्त किया गया था। इससे पहले, वह सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में अतिरिक्त डीजी ऑपरेशन के रूप में तैनात थे। राज्य के मुजफ्फरनगर जिले के रहने वाले गोयल का जन्म 22 फरवरी 1964 को हुआ था और उन्होंने आईआईटी दिल्ली से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। उनके पास फ्रेंच में प्रवीणता का प्रमाण पत्र और आपदा प्रबंधन में डिप्लोमा भी है।
इन जिलों एसपी/एसएसपी के तौर पर काम कर चुके
गोयल इससे पहले राज्य के अल्मोड़ा, जालौन, मैनपुरी, हाथरस, आजमगढ़, गोरखपुर, वाराणसी, सहारनपुर और मेरठ जिलों में एसपी/एसएसपी के तौर पर काम कर चुके हैं। वह भारत-तिब्बत सीमा पुलिस और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल में भी तैनात थे। गोयल को 2003 में वीरता के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया था। उन्होंने गुरुवार को दिल्ली में एडीजी बीएसएफ का प्रभार सौंपा और अपने मूल कैडर में वापस आ गए।

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