उन्नाव (आईएएनएस)। उन्नाव जिले के ढौंडिया खेड़ा में 2013 में जिन साधु शोभन सरकार के सपने के आधार पर आर्किलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) की टीम खजाने की खोज में जुटी थी उनका आज बुधवार को निधन हो गया है। शोभन सरकार के निधन से भक्तों में शोक की लहर है। भक्तों की उनमें अपार आस्था थी। कानपुर देहात के शिवली क्षेत्र में बने उनके आश्रम में अंतिम दर्शन के लिए उनके भक्त पहुंच रहे हैं। शोभन सरकार को सूर्यभान तिवारी के नाम से भी जाना जाता है। अक्टूबर 2013 में उन्होंने दावा किया था कि उन्नाव के ढौंडिया खेड़ा में 19 वीं सदी के प्रमुख राव राम बक्श सिंह के महल के नीचे दफन किए गए एक हजार टन सोने के भंडार का सपना देखा है। इसके बाद तो पूरे देश में यह मामला चर्चा में आ गया है।

यह मेरे गुरुओं का खून था जो सोने में बदल गया

सोने के खोदने वाले के रूप में लोकप्रिय शोभन सरकार ने संवाददाताओं से कहा था, यह मेरे गुरुओं का खून था जो सोने में बदल गया। जब मच्छरों ने मेरे गुरुओं को काट लिया था तब धरती पर खून की बूंदें गिर गई थीं। राजा राव राम बख्श मेरे सपने में एक सफेद घोड़े पर खजाने के संरक्षक के रूप में दिखाई दिए। उनके इस सपने के बाद साइट की खुदाई करने के लिए एक आदेश जारी किया गया। एएसआई की टीमों ने इस क्षेत्र की खुदाई शुरू की और हजारों लोगों ने सोने के उद्भव का गवाह बनाया। हालांकि, खुदाई के कई दिनों बाद जब क्षेत्र में सोने का कोई निशान नहीं मिला, तो ऑपरेशन को बंद कर दिया गया। हालांकि इस मामले में लोगों की अलग-अलग राय आई लेकिन उनके भक्तों का उन पर विश्वास बना रहा।

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