लखनऊ (एएनआई)। उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य सूचना विभाग के लिए अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू के साथ संस्कृत भाषा में सूचना का प्रसार करना अनिवार्य कर दिया है। प्रदेश सरकार के इस निर्णय का स्वागत करते हुए यूपी के मंत्री मोहसिन रजा ने कहा, संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है। यहां तक ​​कि अतीत में डाॅक्टर भीम राव अंबेडकर ने संस्कृत को आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता देने की सिफारिश की थी। हम अपने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस फैसले का तहे दिल से स्वागत करते हैं।


संस्कृत भाषा में भी प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई
अभी तक राज्य सूचना विभाग प्रेस विज्ञप्ति जारी करने के लिए अंग्रेजी, हिंदी और उर्दू का उपयोग करते थे। बता दें कि हाल ही में सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद शनिवार को संस्कृत भाषा में भी प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई थी। इस संबंध में उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय के अधिकारिक टि्वटर हैंडल से ट्वीट भी किया गया था। सीएम योगी आदित्यनाथ काफी समय से संस्कृत के प्रचार प्रसार पर बल दे रहे हैं। सीएम योगी का मानना है कि प्रचीन काल में भी संस्कृत देश के डीएनए में थी और आज भी उसका वही स्थान है।

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