लखनऊ (पीटीआई)। उत्तरप्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिन परिवारों से अब तक किसी भी सदस्य को सरकारी नौकरी नहीं मिली है या जिन्हें कहीं भी नौकरी या रोजगार नहीं मिला है, जल्द ही उनका मैपिंग कार्य सरकारी स्तर पर किया जा रहा है। हमारा प्रयास रहेगा कि प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को इससे जोड़ा जाए और प्रत्येक परिवार के किसी एक सदस्य को नौकरी, रोजगार या स्वरोजगार दिया जा सके। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने एक कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। इस कार्यक्रम में उन्होंने 1.90 लाख हस्तशिल्पियों, कारीगरों और छोटे उद्यमियों को 16,000 करोड़ रुपये वितरित किए और 2022-23 के लिए 2.35 लाख करोड़ रुपये की वार्षिक ऋण योजना शुरू की है।
हम लोग 'परिवार कार्ड' जारी करने जा रहे हैं। इसके अंतर्गत सरकारी नौकरी, रोजगार या स्वरोजगार से वंचित परिवारों को चिह्नित किया जाएगा।
राज्य सरकार का प्रयास होगा कि हर परिवार के कम से कम एक सदस्य को नौकरी, रोजगार अथवा स्वरोजगार के साथ जोड़ा जाए।— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) June 30, 2022
बेराजगारी दर में आयी है कमी
कार्यक्रम ऋण मेला का आयोजन राज्य के एमएसएमई विभाग द्वारा किया गया था। कार्यक्रम लोन प्राप्त करने वाले सभी उद्यमियों और कारीगरों को बधाई देते हुए और प्रदेश में रोजगार सृजन की दिशा में अपनी सरकार के कार्यों का जिक्र करते हुए आदित्यनाथ ने कहा, ''यूपी सरकार के प्रोत्साहन और बैंकों के सकारात्मक सहयोग से आज युवाओं को उनकी आकांक्षाओं के अनुरूप रोजगार मिला है। इसी के साथ प्रदेश में बेरोजगारी दर में कमी आई है, जो 18 प्रतिशत से तीन प्रतिशत तक आ गयी है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार ने न केवल कृषि के क्षेत्र में अनंत संभावनाओं को आगे बढ़ाया, बल्कि पारंपरिक उद्यम को प्रोत्साहित करने के लिए 2018 में अनुसंधान और व्यापक कार्य योजना के साथ 'एक जिला एक उत्पाद' योजना भी शुरू की।
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