बर्रा के न्यू जागृति हॉस्पिटल के आईसीयू में रेप के मामले में भीड़ का गुस्सा पुलिस की ढिलाई की वजह से फूटा। शनिवार सुबह बर्रा के न्यू जागृति अस्पताल के पास नियोजित तरीके से भीड़ जुटी इसके बाद हॉस्पिटल पर जमकर पत्थरबाजी की। जैसे जैसे समय बीतता गया भीड़ उग्र होती गई। इसमें पिसे वो पुलिस कर्मी जिनकी मंशा सिर्फ मामले को शांत कराने की थी। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के पास इस पूरे घटनाक्रम की जो तस्वीरें आई उसने भीड़ की बेहरमी और पुलिस की बेबसी को साफ कर दिया। पूरे बवाल में एक दर्जन से ज्यादा पुलिस कर्मी घायल हुए। जमीन पर मरणासन्न पड़े 58 साल के एक दरोगा को जिस तरह से भीड़ पीट रही थी। उससे कश्मीर की एक तस्वीर भी जहन में आई। बवाल बढ़ता देख डीआईजी सोनिया सिंह, डीएम सुरेंद्र सिंह ने मौके पर पहुंच कर मोर्चा संभाला। पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ पर काबू किया। इस दौरान डीएम के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से न्यू जागृति हॉस्पिटल को सील कर उसका लाइसेंस सस्पेंड कर दिया। बवाल से निपटने के लिए पूरे शहर का फोर्स और पीएसी बुला ली गई।

 

दरोगा व सिपाहियों को दौड़ाकर पीटा
रेप के आरोपी यूसुफ के खिलाफ बर्रा पुलिस ने पहले ही गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर उसे जेल भेज दिया था। सेटरडे की सुबह किशोरी के परिजन सैकड़ों की भीड़ के साथ हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन के खिलाफ एक्शन को सील करने की मांग को लेकर सड़क पर उतर आए। पुलिस ने हाईवे से उपद्रवियों को खदेड़ा तो उन्होंने हॉस्पिटल के बाहर पहुंच कर तोडफ़ोड़ और पत्थरबाजी शुरू कर दी। इस पर पुलिस को जवाब में उपद्रवियों पर लाठियां भांजनी पड़ी। कुछ पुलिस कर्मीं भीड़ के चंगुल में फंस गए, जिन्हें उपद्रवियों ने गिरा कर लाठी डंडे व पत्थरों से पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया।

कानपुर: हॉस्पिटल के icu में रेप के मामले में फूटा भीड़ का गुस्सा,पब्‍लिक के तांडव में 1 दर्जन पुलिसकर्मी घायल

 

ये दरोगा व सिपाही हुए घायल
इस बीच अचानक फजलगंज थाने में तैनात 58 वर्षीय दरोगा लाखन सिंह को भीड़ में शामिल कुछ उपद्रवियों ने घेर लिया और गिरा कर लाठी डंडे व पत्थरों से पीट कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। साथी को पिटता देख  इंस्पेक्टर सुनील कुमार सिंह ने अपनी सर्विस रिवाल्वर निकाल कर भीड़ को खदेड़ कर उनकी जान बचाई। वहीं, दूसरी तरफ यादव मार्केट चौकी इंचार्ज शेष नारायण समेत करीब आधा दर्जन सिपाहियों में ओमकार, संदीप, विक्रांत आदि भी पत्थरबाजों के हमले से घायल हो गए। पुलिस ने घायल कर्मियों को हॉस्पिटल में एडमिट कराया है। जबकि दरोगा लाखन सिंह को गंभीर चोटे लगने पर हैलट में भर्ती कराया गया। सिपाही शेषनारायण के सिर में भी गंभीर चोटे आई हैं।

 

राहगीरों के साथ भी मारपीट व अभद्रता
घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर बर्रा, किदवईनगर, जूही, नौबस्ता, पनकी, नजीराबाद, फजलगंज समेत करीब एक दर्जन थानों के फोर्स समेत पीएसी बल भी पहुंच गया। आक्रोशित भीड़ ने यहां से गुजरने वाले राहगीरों के साथ भी मारपीट कर उन्हें वापस खदेड़ दिया। इस पर भारी पुलिस बल ने पहले उन्हें समझा कर शांत कराने का प्रयास किया पर शांत न होने पर लाठियां चला कर खदेड़ा। लाठी चार्ज में भीड़ से करीब एक दर्जन लोगों के घायल होने की सूचना मिली है।

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रेप पीडि़ता से मिले डीएम एसएसपी
हॉस्पिटल में रेप की शिकार किशोरी के घर उससे मिलने डीएम सुरेंद्र सिंह व डीआईजी सोनिया सिंह भी पहुंची। लोगों के आक्रोश को शांत कराने के लिए साथ ही पीडि़त परिवार को न्याय के लिए घंटे भर पीडि़ता के घर पर बातचीत का दौर चला। यह सारे बवाल को शांत कराने में पुलिस की विफलता थी कि पीडि़ता की परिजनों से पुलिस को अपील करनी पड़ी। उन्हें सख्त कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही दोनों बाहर निकले। इस दौरान पीडि़ता के घर के आसपास भी भारी भीड़ और पुलिस जमा रही।

 

 

 

हॉस्पिटल में किशोरी से रेप के आरोपी को तुरंत ही गिरफ्तार कर लिया था। बावजूद इसके हॉस्पिटल में मरीजों को डराया गया। जो सही नहीं है। लोगों के द्वारा लॉ एंड आर्डर की स्थिति को बिगाडऩे वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। - सुरेंद्र सिंह,डीएम कानपुर नगर

 

पुलिस से संघर्ष करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस बवाल में गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की है। पत्थरबाजी करने वालों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी शुरू कर दी गई है। घायल पुलिस कर्मियों के इलाज में पूरी मदद की जाएगी। - सोनिया सिंह, डीआईजी, कानपुर नगर

 

हॉस्पिटल को खाली करा कर उसका लाइसेंस सस्पेंड कर दिया है साथ ही उसे सीज भी किया जा रहा है। - डॉ। आरके यादव, एसीएमओ, नर्सिंग होम प्रभारी

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