बांदा (पीटीआई)। गैंगस्टर से राजनेता बने मुख्तार अंसारी को वापस लाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस की एक टीम सोमवार को पंजाब के लिए रवाना हो चुकी है। इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, उत्तर प्रदेश पुलिस के 80 से अधिक जवानों की एक टीम, जो अत्याधुनिक हथियारों से लैस है और प्रांतीय सशस्त्र कांस्टेबुलरी की एक कंपनी है, जो पंजाब से अंसारी को वापस लाने के लिए सोमवार सुबह बांदा से रवाना हुई है। बांदा जिला जेल के कार्यवाहक पुलिस अधीक्षक प्रमोद तिवारी ने कहा कि मुख्तार अंसारी के लिए बैरक नंबर -15 में सारी व्यवस्था की गई है, जहां कोई अन्य कैदी नहीं पहुंच सकता।

मुख्तार अंसारी की सुरक्षा योगी सरकार की जिम्मेदारी
मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी, जो गाजीपुर से सांसद हैं, ने रविवार को अपने भाई की सुरक्षा को लेकर चिंता व्यक्त की थी। उन्होंने कहा था यूपी जेल में आने के बाद मुख्तार की सुरक्षा न्यायपालिका और योगी आदित्यनाथ सरकार की जिम्मेदारी है। अदालत को सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाओं की निगरानी करनी चाहिए। मुख्तार अंसारी की पत्नी ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर उनकी सुरक्षा का ख्याल रखने को कहा है।

मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश भेजने का आदेश दिया
पंजाब के गृह विभाग ने एक पत्र में उत्तर प्रदेश सरकार को 8 अप्रैल को या उससे पहले रूपनगर जेल से अंसारी को हिरासत में लेने के लिए कहा था। पत्र में, पंजाब के गृह विभाग ने उत्तर प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को अंसारी के स्थानांतरण के लिए उपयुक्त व्यवस्था करने के लिए कहा था। बता दें 26 मार्च को सुप्रीम कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश भेजने का आदेश दिया था।

यूपी सरकार की मुख्तार के परिवार पर पैनी नजर
योगी सरकार की माफिया मुख्तार अंसारी पर पैनी नजर है। बीते सितंबर में लखनऊ पुलिस ने माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के दो बेटों अब्बास अंसारी और उमर अंसारी पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। दोनों भाई अवैध जमीन हड़पने के मामलों में वांछित हैं। अंसारी के बेटे अब्बास ने अंतर्राष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीते हैं और बसपा के टिकट पर घोसी से 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ा था।

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