लखनऊ (एएनआई)। देश में कोविड-19 वैक्सीन रोलआउट के लिए कमर कसते हुए, उत्तर प्रदेश सोमवार को राज्य भर में 1,500 केंद्रों पर टीकाकरण का तीसरा ड्राई रन आयोजित करने जा रहा है। उत्तर सरकार के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, टीकाकरण अभियान की सभी तैयारियों का परीक्षण करने के लिए यह अंतिम मॉक ड्रिल होगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड-19 संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किए गए कांटैकट ट्रेसिंग की प्रशंसा की है। उसने का कि राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों के साथ, राज्य में कोरोना वायरस के मामले कम हो रहे हैं।

कोरोना वायरस टीकाकरण रोलआउट पर चर्चा करेंगे पीएम

वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोविड-19 स्थिति और कोरोना वायरस टीकाकरण रोलआउट पर चर्चा करेंगे। इससे पहले वैश्विक महामारी कोविड-19 टीकाकरण के लिए दो ड्राई रन उत्तर प्रदेश में 2 जनवरी और 5 जनवरी को आयोजित किए गए थे। इसके अलावा 8 जनवरी को, 33 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के 736 जिलों के तीन-सत्र स्थलों पर ड्राई रन किया गया था। यह कोविड-19 टीकाकरण पर दूसरा राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल था।

मॉक ड्रिल का उद्देश्य कोविड वैक्सीनेशन को मजबूत करना

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, कोविड-19 टीकाकरण पर मॉक ड्रिल का उद्देश्य कोविड वैक्सीनेशन के लिए हर पहलू को मजबूत करना है, जिससे की इस वैसीन की वजह से लोगाें को परेशानी न उठानी पड़े है। ड्राई रन का उद्देश्य स्वास्थ्य प्रणाली में कोविड-19 टीकाकरण रोल-आउट के लिए निर्धारित तंत्रों का परीक्षण करना और प्रखंड ब्लॉक और जिला में योजना, कार्यान्वयन और रिपोर्टिंग के लिए को-विन एप्लिकेशन के उपयोग के परिचालन का आकलन करना है। भारत में बहुत जल्द वैक्सीनेशन शुरू होगा।

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