लखनऊ (उत्तर प्रदेश) (एएनआई)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्णय लिया है कि प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए 'कामगार, श्रम (सेवा आयोजन और रोजगार) कल्याण अयोग' नाम का एक आयोग गठित किया जाएगा। इससे कोरोना वायरस व लाॅकडाउन के बीच अन्य राज्यों से अपने गृह राज्य वापस आए श्रमिकों को काफी सहूलियत मिलेगी। इस संबंध में अवनीश अवस्थी, अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह ने सोमवार को कहा कि राज्य सरकार प्रवासी श्रमिकों / मजदूरों को रोजगार और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस उद्देश्य के लिए, राज्य सरकार ने एक आयोग का गठन करने का फैसला किया है। इस आयोग का नाम 'कामगार, श्रमिक (सेवा अयोजन और रोजगार) कल्याण अयोग रखा जाएगा।

आयोग के गठन की कार्यवाही को तेज करने के निर्देश

अवनीश अवस्थी ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा मुख्यमंत्री ने इस आयोग के गठन की कार्यवाही को तेज करने के निर्देश दिए हैं। राजस्व विभाग 24 लाख से अधिक लोगों के विवरणों को सूचीबद्ध करने का काम कर रहा है, जो ट्रेन या बस से राज्य में आए हैं। निर्माण कार्य से जुड़े श्रमिकों और औद्योगिक इकाइयों में लगे श्रमिकों का एक डेटाबेस तैयार करने के भी निर्देश दिए गए हैं। अवस्थी ने आगे कहा कि 1,361 ट्रेनों के माध्यम से 18.62 लाख से अधिक प्रवासी श्रमिकों को राज्य में वापस लाया गया है। यूपी में कुल 229 नए कोरोना वायरस मामले सामने आए हैं। इससे अब तक राज्य में कुल पीड़ितों की संख्या 6,497 पहुंच गई है।

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