बुलंदशहर (उप्र) (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश में एक महिला ने क्वाॅरंटीन सेंटर का हाल प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताने के लिए टि्वटर का सहारा लिया। खुर्जा शहर में एक महिला ने अपने ट्वीट में दावा किया कि उसके पति और दो बेटियों के साथ करीब 20 कोरोना वायरस संदिग्धों को एक कमरे में रखा गया है। ग्रेटर नोएडा में अपने माता-पिता के घर पर रह रही महिला ने ट्वीट्स की सीरीज यह भी कहा कि उसके पति और बच्चों को खुर्जा शहर में आइसोलेशन सेंटर में उचित भोजन नहीं मिल रहा है। इस क्वाॅरंटीन सेंटर की स्थिति बहुत दयनीय है। कूड़ा भी चारों ओर बिखरा हुआ है। इसमें 20 संदिग्धों को एक छोटे से कमरे में रखा गया है। इससे इनमें किसी के एक संक्रमित होने पर यह बीमारी उनके बीच तेजी से फैल जाएगी।

महिला के ट्वीट के बाद प्रशासन कार्रवाई में जुट गया

महिला के पति का कहना है कि शिकारपुर से बुलंदशहर तक एक डॉक्टर को छोड़ने के बाद उसको क्वाॅरंटीन सेंटर में रखा गया है। कोरोना संक्रमण के कारण शुक्रवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में डॉक्टर की मृत्यु हो गई। वह डॉक्टर उसका पड़ोसी था। वह बेहोश हो गया था और उसे तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता थी। इस पर वह उसे अपनी कार से बुलंदशहर तक लेकर गया था। ऐसे में उस डाॅक्टर से काॅन्टैक्ट में आने की वजह से उसे इस खुर्जा के क्वाॅरंटीन सेंटर लाया गया। महिला के ट्वीट के बाद प्रशासन कार्रवाई में जुट गया।

क्वाॅरंटीन सेंटर की चेकिंग के लिए एक टीम भेजी गई

सूत्रों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए भेजा गया था कि जगह को साफ किया जाए। इस संबंध में बुलंदशहर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO), डॉक्टर के एन तिवारी ने कहा, हमने शिकायत देखी और क्वाॅरंटीन सेंटर की स्वच्छता के लिए एक टीम भेजी गई। क्वाॅरंटीन सेंटर एक बड़े हाल में है। यहां पर अंदर सभी बेड को दो मीटर की दूरी पर रखा जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि संदिग्धों के बीच संक्रमण फैलने का खतरा न हो।

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