-मोहब्बत की नगरी में सात पीढि़यां कर रहीं शाहजहां, मुमताज की चादरपोशी

-सभी धर्मो के लोग मुराद पूरी होने पर कमेटी को देते चादर को कपड़ा

आगरा। ताजमहल में मंगलवार को 361 उर्स की शुरूआत मंगलवार को गुस्ल की रस्म के साथ शुरू की गई। इस अवसर पर तीन दिवसीय उर्स में देशी-विदेशी पर्यटकों का प्रवेश नि:शुल्क रखा गया है। अंतिम दिन कब्र पर सतरंगी चादर चढ़ाई जाएगी जो विश्व भर में कौमी एकता का संदेश देगी। पांच मई को ताज में प्रवेश की निशुल्क व्यवस्था की गई है।

उर्स का हुआ आगाज

ताजमहल में मुगल बादशाह शाहजहां का 361वें उर्स का आगाज किया गया। शहजहां और मुमताज की असली कब्र को जायरीनों की जियारत के लिए खोल दिया गया। यह दोनों कब्र मुख्य इमारत के तहखाने में हैं। दोपहर करीब दो बजे के बाद रस्म पूरी होने पर असली कब्र के दरवाजों को खोल दिया गया। पांच मई को 870 मीटर लंबी चादर शाहजहां और मुमताज की कब्र पर चढ़ाई जाएगी, जिसमें सभी धर्मो के लोगों द्वारा मन्नत पूरी होने पर कमेटी को कपड़ा दिया गया है।

गुस्ल की रस्म से किया शुभारंभ

ताजमहल परिसर में गुस्ल की रस्म के साथ शाहजहां का तीन दिवसीय उर्स का शुभारंभ किया गया। गुस्ल से पहले एले सुन्नी के मुफ्ती मुद्दसर खान द्वारा कब्रों का दरवाजा खोलने से पहले अजान दी जाएगी। अजान के बाद गुस्ल की रस्म पूरी की जाएगी। इसके लिए बाहर से केवड़ा और गुलाब जल मंगवाया गया है। इसके बाद फूलों की सफेद चादर चढ़ाई जाएगी।

चढ़ाई जाएगी 870 मीटर की चादर

खुद्दाम-ए-रोजा कमेटी द्वारा जो ताज की पारंपरिक रखवाली करती है, उर्स के दौरान हर साल कब्र पर देश के विभिन्न धर्माें के प्रतिनिधित्व करने वाली सतरंगी चादर चढ़ाई जाती है। वर्ष 2015 में 810 मीटर लम्बी चादर चढ़ाई गई थी। इस बार 870 मीटर की चादर चढ़ाई जाएगी। अलग-अलग धर्मो के लोगों द्वारा मन्नत पूरी होने पर चादर के लिए कपड़ा दिया जाता है। इसके अलावा एक धार्मिक स्थल पर यात्रा की शुरुआत की जाती है। इस बार हनुमान मन्दिर से पांच मई को यात्रा की शुरुआत की जाएगी।

समिति के सदस्यों की सातवीं पीढ़ी

ताज पर परंपरिक रस्म को पूरी करने वाली समिति की यह सातवीं पीढ़ी है, जो मुगल सम्राट की कब्र पर चादरपोशी करेगी। उर्स के अवसर पर चादरपोशी समाज में सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश प्रसारित करने के लिए की जाती है। वहां ताजमहल मस्जिद इंतजामिया समिति के अध्यक्ष सैयद मुनव्वर अली ने बताया कि तीनों शाही गेटों पर शहनाई और कव्वाली की आयोजन शुरू किया गया है जो तीन दिन तक चलेगा।