भारी भरकम हथियार चलाना बनेगा आसान

कानपुर। अमरीकी सेना द्वारा हाल ही में जारी किए गए एक वीडियो फुटेज में एक सैनिक भारी भरकम मशीन गन लेकर शूटिंग की प्रैक्टिस कर रहा है इस दौरान उसकी कमर पर एक तीसरा हाथ इस मशीन गन को सपोर्ट दे रहा है इसे देखकर ऐसा लगता है कि वह कोई एलियन है लेकिन सच तो यह है कि यूएस आर्मी अपने सैनिकों की क्षमता को बढ़ाने और सटीक निशाना लगाने के लिए उन्हें एक तीसरा हाथ देने का मन बना रही है। इसके लिए टेस्टिंग का दौर जारी है। यूएस आर्मी न्यूज सर्विस की वेबसाइट के मुताबिक इस तीसरे हाथ को नाम दिया गया है 'थर्ड आर्म'। इसका वजन 4 पाउंड से ज्यादा नहीं है लेकिन सैनिक की कमर पर फिट किया गया यह आर्म सैनिक द्वारा पकड़ी जाने वाली किसी भी भारी मशीन गन का ज्यादातर वजन खुद उठा लेता है।

 

 


भविष्य में सोल्जर्स की क्षमताएं बढ़ाने में होगी मददगार

डेलीमेल की रिपोर्ट के मुताबिक यूएस आर्मी में सैनिकों द्वारा उठाए जाने वाली कई मशीनगनों का वजन 27 पाउंड तक है ऐसे में यह 'थर्ड आर्म' उन मशीनगनों का वजन उठाने में सैनिकों को अच्छा सपोर्ट दे रहा है। आर्मी ने बताया है कि यूएस सोल्जर्स पर टेस्ट किए जा रहे हैं इस 'थर्ड आर्म' में बैटरी की जरूरत नहीं है और यह हैवी वेपन का वजन उठाने में सैनिक की काफी मदद कर रहा है। इस 'थर्ड आर्म' के बारे में मेकेनिकल इंजीनियर डैम बैकले कहते हैं कि टेस्टिंग के दौरान हमने तमाम सैनिकों से बात की और उनके अनुभव को जाना सैनिकों ने कहा कि यह 'थर्ड आर्म' इस्तेमाल में दिक्कत बन रहा है उनके हाथों की मूवमेंट को रोक रहा है इसके बाद इस आर्म की शिकायतों को दूर कर लिया गया।

 

सैनिकों को बनाना चाहती है फ्यूचर का आयरन मैन

डेलीमेल ने लिखा है कि वास्तव में यूएस आर्मी अपने सैनिकों को आयरन मैन की तरह भविष्य की नई फिजिकल पावर देना चाहते है। इसमें सैनिकों के पैर पर एक फ्रेम बंधा होगा और उसकी एक बेल्ट सैनिक की कमर पर फिट होगी। यूएस आर्मी बैटरी, कंप्यूटर और मोटर की मदद से सैनिकों की पावर बढ़ाना चाहती है, ताकि उसके सैनिक आसानी से हैवी वेपंस को हैंडल कर सकें और दुश्मनों पर सटीक गोलीबारी कर सकें। बता दें कि अभी यूएस आर्मी द्वारा टेस्ट किया जा रहा यह 'थर्ड आर्म' पूरी तरह ट्रायल फेस में है और सैनिकों के हाथों में आने में इसे अभी लंबा वक्त लग सकता है।


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