वाशिंगटन/बीजिंग (पीटीआई)। व्हाइट हाउस ने यह साफ कर दिया है कि वह चीन के खिलाफ अरिक्त कार्रवाई करने की तैयारी में है। लेकिन चीन के खिलाफ किस प्रकार के कदम उठाए जाएंगे इसे लेकर साफ नहीं किया गया है। नोवल कोरोना वायरस महामारी के बाद से ही वाशिंगटन और बीजिंग के संबंध ठीक नहीं चल रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोविड-19 को लेकर चीन को आड़े हाथों लिया था।

हांगकांग और तिब्बत को लेकर रिश्तों में तल्खी

चीन द्वारा हांगकांग पर नेशनल सिक्योरिटी लाॅ लागू करने, अमेरिकी पत्रकारों पर प्रतिबंध, उईगुर मुसलमानों और तिब्बत में सुरक्षा को लेकर भी अमेरिका और चीन के रिश्तों में तल्खी आई है। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव कायले मैकनी ने बुधवार को कहा कि वे यह नहीं बता सकते कि राष्ट्रपति चीन के खिलाफ किस प्रकार की कार्रवाई करने की इजाजत देंगे लेकिन वे यह साफ कर देना चाहते हैं कि आने वाले समय में चीन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

एलएसी पर पीछे हट रहे चीन-भारत के सैनिक

चीन ने बृहस्पतिवार को कहा कि चीनी और भारतीय सेनाएं पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के नजदीक गलवान घाटी और अन्य इलाकों से सैनिकों को पीछे हटाने को लेकर प्रभावशाली कदम उठा रही हैं। हालात सामान्य और पहले से बेहतर हुए हैं। चीन की ओर से यह बयान दोनों ओर से सेनाओं के स्टैंडऑफ पोजिशन से पीछे हटने के एक दिन बाद आया है।

हाॅट स्प्रिंग से चीन ने हटाए अस्थाई निर्माण

चीनी विदेश मंत्री के प्रवक्ता झाओ लिजिआन ने कहा कि चीनी सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख के हाॅट स्प्रिंग इलाके से अपनी ओर के सभी अस्थाई निर्माण हटा लिए हैं। अपनी सेना को चीन ने फेस ऑफ साइट से पीछे हटा लिया है। झाओ ने कहा कि भारत-चीन सैन्य कमांडर लेवल की वार्ता में तय चीजों के मुताबिक फ्रंट लाइन पर चीन-भारत सेनाओं द्वारा गलवान घाटी और अन्य इलाकों में प्रभावशाली कदम उठाए जा रहे हैं।

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