वाशिंगटन(एएनआई)। बुधवार को अमेरिका ने चीन को यूक्रेन- रूस युद्ध में रूस का समर्थन करने पर प्रतिबंधों की धमकी दे दी। अमेरिकी उप विदेश मंत्री वेंडी शेरमेन ने "रिस्टोरिंग अमेरिकन लीडरशिप इन द इंडो पेसिफिक" पर एक सुनवाई में, रिप्रेजेंटेटिव फॉरेन अफेयर्स कमेटी से कहा कि यूक्रेन- रूस युद्ध के कारण रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों से चीन को सबक लेना चाहिए। यदि चीन मास्को को सहायता प्रदान करता है तो इसके परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। साथ ही कहा कि ताइवान पर नजर रखने वाले बीजिंग को रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों से "सही सबक लेना चाहिए"।

अमेरिका ने लगाए चीन पर ये आरोप

ग्रेगरी मीक्स ने कहा की यूक्रेन पर रूस का आक्रमण करना अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्‍लंघन करना है। साथ ही कहा कि चीन ने हमारे सहयोगियों और मित्र देशों का कभी सहयोग नही किया है। चीन नियमित रूप से हमारे मित्रों और सहयोगियों को तंग करता रहता है। आगे कहा कि क्षेत्रीय विवादों में बढ़त हासिल करने के लिए सैन्य आक्रमण का उपयोग करता रहता है। चीन द्वार शिनजियांग में हुए नरसंहार और हांगकांग में में किए दुर्व्यवहार को पूरी दुनिया ने देखा है। उन्होंने अमेरिकी भागीदारों और सहयोगियों से पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना (पीआरसी) की आक्रामकता का मुकाबला करने का आग्रह किया । साथ ही एक स्वतंत्र, खुले इंडो-पैसिफिक को प्रिजर्व करने के लिए कहा।

रूस ने ताइवान के लिए चीन का किया था समर्थन

उप विदेश मंत्री शेरमेन ने आगे कहा कि अमेरिका रूस और पीआरसी के बीच बढ़ते स्ट्रेटेजिक अलाइनमेंट के बारे में गहराई से सोचना चाहिए है जैसा कि उनके 4 फरवरी के बयान में दर्शाया गया है। बीजिंग विंटर ओलंपिक के उद्घाटन समारोह से पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन नें एक संयुक्त बयान जारी किया था । जिसमें रूस ने ताइवान के लिए चीन का समर्थन किया था। रूस ने कहा था कि लोकतांत्रिक रूप से शासित ताइवान चीन का एक अभिन्न हिस्सा है।

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