- राज्य जीएसटी के अधिकारियों ने की कार्रवाई, एक लाख रुपये जुर्माना वसूला

- पतं-जलि ब्रांड के रैपर भी पकड़े, नगर निगम को सौंपी गई बरामद पॉलीथीन

आगरा। ताजनगरी में प्रतिबंधित पॉलीथिन की सबसे अधिक आपूर्ति गुजरात से हो रही है। मंगलवार को हाथरस रोड पर एक टाटा मैजिक से 1150 किलो पॉलीथिन जब्त की गई है। जांच दल ने पतं-जलि ब्रांड के रैपर भी पकड़े हैं। एक लाख रुपये का जुर्माना वसूल कर बरामद पॉलीथीन नगर निगम को सौंप दी गई है।

मंगलवार को राज्य जीएसटी विभाग आगरा के डिप्टी कमिश्नर विनोद तिवारी, असिस्टेंट कमिश्नर सुनील सत्यम, अनिल मिश्रा, राज्यकर अधिकारी महेश कैथल, राकेश गर्ग हाथरस रोड पर चेकिंग कर रहे थे। उन्होंने एक टाटा मैजिक को रोका। जांच की तो उसमें 1150 किलो पॉलीथीन मिली। बड़ी मात्रा में पतं-जलि ब्रांड की पैकिंग सामग्री भी मिली। जांच का विषय यह भी है कि यह रैपर पतंजलि के नाम पर किसने तैयार कराए हैं। पतंजलि की स्थानीय इकाई को इसकी जानकारी देकर पूछताछ की जाएगी। ताकि आरोपियों के विरुद्ध अन्य कार्रवाई भी की जा सके। हालांकि रैपर पर पतंजलि के बजाय पतं-जलि लिखा हुआ था। मौके पर एक लाख रुपये का जुर्माना वसूल कर माल नगर निगम के सुपुर्द कर दिया गया है। यह जुर्माना अखिलेश भदौरिया से वसूला गया है। वह गुजरात के व्यापारी समीर खान के लिए काम करता है। गुजरात से समीर स्थानीय ट्रांसपोर्टर नवीन जैन को माल भेजता है। वहां से अखिलेश उक्त माल को लेकर स्थानीय स्तर पर भेजता है। अब विभाग नवीन जैन की तलाश कर रहा है। वहीं समीर खान को गुजरात नोटिस भेजने की तैयारी की जा रही है।

- पांच वर्ष में पकड़ी 22 मीट्रिक टन पालीथिन:

आगरा। नगर निगम के सूत्रों ने बताया कि पिछले पांच वर्ष में 22 मीट्रिक टन पॉलीथिन जब्त की गई है। जांच में पता चला है कि अधिकांश पॉलीथीन की आपूर्ति गुजरात से हुई है।

- ये है पॉलीथिन से नुकसान

आगरा। सहायक नगरायुक्त अनुपम शुक्ला ने बताया कि पॉलीथिन की उम्र सौ वर्ष के करीब होती है। पॉलीथिन को जलाने पर पर्यावरण को नुकसान होता है। फंसने से नाली-नाले चोक हो जाते हैं। नदी के किनारे डंप होने पर जलीय जीवों के लिए खतरनाक हो जाती है।