आगरा: आगरा से मानसून रूठ गया है, बादल छा रहे हैं, लेकिन बारिश नहीं हो रही है। जुलाई में औसत से 42 फीसद कम बारिश हुई है। अगस्त में भी बारिश का रुख शुष्क है, हवा के झोके संग 5 से 10 मिनट के लिए बारिश हो रही है। इस बार औसत से कम बारिश का अनुमान है।

आगरा में औसत 600 एमएम मानसून की बारिश होती है। मगर, इस बार बारिश कम हो रही है। जून में प्री मानसून की बारिश नहीं हुई, जुलाई में बादल छाए। मगर, मानसून की झमाझम बारिश नहीं हुई। 15 से 20 मिनट और शहर के कुछ हिस्सों में ही बारिश हुई। इससे जुलाई में औसत 400 एमएम बारिश होती है। इस बार 163.4 एमएम बारिश हुई है। यह औसत से 42 फीसद कम है। पिछले दो सालों में औसत से अधिक बारिश हुई है। वहीं, अगस्त में भी बादल छा रहे हैं। मगर, बारिश कम हो रही है। अभी तक 30 एमएम बारिश हुई है।

उत्तर पश्चिम और राजस्थान की तेज हवा में उड़ गए बादल

दयालबाग शिक्षण संस्थान के पर्यावरण वैज्ञानिक डॉ रंजीत कुमार ने बताया कि राजस्थान और उत्तर पश्चिम से तेज हवा चल रही है, इससे बादल बिना बरसे ही आगे बढ़ रहे हैं। छोटे-छोटे बादल बनने से कुछ क्षेत्रों में 10 से 15 मिनट बारिश हो रही है। इस बार तेज हवा से बारिश कम हुई है। वहीं, हरियाली भी कम है, ऐसे में जलवाष्प कम बन रही है। सूखी धूप निकल रही है। पेड़ पौधे अधिक होने पर जलवाष्प से निचले स्तर पर बादल छा जाते हैं, इनसे बारिश की संभावना अधिक होती है।

जुलाई में हुई बारिश

2020 163.4

एमएम

2019 576. 8 एमएम

2018 453 एमएम