- आई 20 हजार शिकायतें, 15 हजार से ज्यादा का हुआ निस्तारण

- परीक्षा और परिणाम में उलझी एजेंसी, जून से होने लगी देरी

आगरा : डॉ। बीआर अंबेडकर यूनीवर्सिटी में विभिन्न शिकायतों के लगभग पांच हजार आवेदन लंबित हैं। एजेंसी की शिथिलता से यूनीवर्सिटी के छात्र परेशान हो रहे हैं।

अब तक 20 हजार शिकायत

पिछले साल अक्टूबर में कुलपति प्रो। अशोक मित्तल ने शिकायतों के निस्तारण के लिए हेल्प डेस्क का गठन किया था। इस हेल्प डेस्क का उद्देश्य एजेंसी और छात्रों के बीच पुल का काम करना है। पिछले साल अक्टूबर से लेकर अब तक शिकायतों के लगभग 20 हजार आवेदन आ चुके हैं, जिनमें से 15280 का निस्तारण इस साल मई तक कर दिया गया था। जून से एजेंसी की कार्य प्रणाली में शिथिलता आने लगी। छात्रों के आवेदन फिर से अटकने लगे।

काम नहीं कर रही हेल्प डेस्क

हेल्प डेस्क से लगातार जानकारी मांगी जा रही है, पर एजेंसी से चार्ट बनने, परिणाम बनने या अन्य कामों का हवाला दे दिया जाता है। एजेंसी की कार्य शिथिलता के कारण जून से लेकर अब तक लगभग पांच हजार आवेदन अटके हुए हैं। इनमें से आधे डिग्री व अंकतालिकाओं के हैं और आधे नाम सही कराना, एनरोलमेंट नंबर सही कराना आदि के हैं। हेल्प डेस्क, परीक्षा नियंत्रक कार्यालय और सहायक कुलसचिव कार्यालय पर छात्रों की भीड़ लगी रहती है।

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परीक्षा और परिणाम के कार्य की वजह से एजेंसी व्यस्त हो गई। परिणाम घोषित होते ही छात्रों की समस्याओं का निस्तारण समय से करा दिया जाएगा।

-अजय कृष्ण यादव, परीक्षा नियंत्रक, डॉ। बीआर अंबेडकर यूनीवर्सिटी