- रेलवे में कम हो गई पैसेंजर्स की संख्या
- बसों में भी संख्या में आ रही कमी
आगरा। कोरोना की दहशत से करोबार के साथ रेलवे, रोडवेज और ट्रांसपोर्ट भी प्रभावित हो रहा है। लोगों ने बाहर जाने से तौबा कर ली है। रेलवे में लगातार पैसेंजर्स की संख्या में गिरावट दर्ज की जा रही है। शनिवार को रेलवे में 65 फीसदी पैसेंजर्स ने अपने रिजर्वेशन कैसिंल करा लिए। इससे रेलवे को राजस्व का नुकसान हो रहा है। रेलवे स्टेशन तो स्टेशन ट्रेनों में भी संख्या कम हो गई है।
सबसे ज्यादा आगरा कैंट से कैसिंल हुए रिजर्वेशन
सबसे ज्यादा रिजर्वेशन कैसिंलेशन आगरा कैंट से हुए। इस बारे में डीसीएम एसके श्रीवास्तव ने आगरा कैंट से 25 फीसदी रिजर्वेशन कैंसिल कराए गए है। आगरा फोर्ट से 20 फीसदी तो राजामंडी रेलवे स्टेशन से 20 रिजर्वेशन कैंसिल कराए गए। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के चलते लोग अपनी ट्रेवल्स को टाल रहे हैं। लोग घर से बाहर नहीं निकलना चा रहे हैं।
टीटीई को नहीं दिए गए मॉस्क
ये बरती जा रही सावधानियां
- रेलवे स्टेशन पर बैंच, लिफ्ट एस्केलेटर को सैनेटाइज किया जा रहा है।
- बुकिंग विन्डो, वेटिंग रुम, और विन्डो के शीशे, व फर्श को सैनेटाइज किया जा रहा है।
- रेलवे के डीसीएम एसके श्रीवास्तव ने बताया कि सभी सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए है।
रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में जागरुकता पोस्टर लगाए जा रहे हैं।
- आरपीएफ -जीआरपी के कॉस्टेबल मॉस्क का प्रयोग करें।
- हाथों को सैनेटाइज करें । साबुन से धोंए
- टॉयलेट और वॉश रुम को भी सैनेटाइज किया जा रहा है।
- अगर कोई संदिग्ध है तो उसकी सूचना जिला प्रशासन को दिए जाने के निर्देश हैं।
- वहीं इस बारे में रेलवे हॉस्पिटल की एसीएमएस डॉ। शोभा दयाल ने बताया कि रेलवे हॉस्पिटल में आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है।
- हम पूरी तरह से तैयार हैं। फर्स्ट एड ट्रीटमेंट करने के अलावा जिला प्रशासन के साथ कॉर्डीनेट किया जा रहा है।
रोडवेज में कोरोना वायरस से निपटने के नहीें किए गए इंतजाम
रोडवेज में अभी तक प्राइमरी तौर पर कोविड-19 से सावधानी बरतने के कोई उपाय नजर नहीं आए। न तो ड्राइवर कंडक्टर के पास मॉस्क था। न ही आईएसबीटी बस स्टॉप को सैनेटाइज किया जा रहा है। शनिवार को शासन की ओर से मुख्य प्रधान प्रबंधक संचालन राजेश वर्मा ने रोडवेज के सभी सर्विस मैनेजर को पत्र जारी कर कोरोना वायरस के मध्ये नजर सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं।
- ये हैं निर्देश
- सभी ड्राइवर और कंडक्टर को मॉस्क उपलब्ध कराएं जाएं।
- स्टेशन पर दो तीन दिनों में हाथ धोने के लिए साबुन और सैनेटाइज उपलब्ध कराया जाए।
- वायरस संक्रमित वाले जिले आगरा, गाजियाबाद, लखनऊ, गोरखपुर आदि स्थानों पर जाने वाली बसों का डिस्इसपेंक्शन किया जाए। इसके लिए सीएमओ के साथ मिलकर कार्ययोजना तैयार कर लें।