-चंदू ने खरीदी थी गांव से शराब, अपने दोस्तों को पिलाई

-सस्ते पव्वा के फेर में क्षेत्र में हो रही नकली शराब की बिक्री

आगरा। थाना ताजगंज के देवरी गांव में जहरीली शराब के सेवन से चार लोगों की मौत हो गई। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने पुलिस-प्रशासन पर मिली भगत का आरोप लगाया। पीडि़त परिवारों ने कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति की बात कही है। घटना के बाद मौके पर पहुंचे अधिकारी मामले की जांच में जुटे हैं।

हो चुका है अंतिम संस्कार

एक

परिवार का एक मात्र सहारा था सुनील

ताजगंज के देवरी गांव में रहने वाले 32 वर्षिय सुनील कुमार अपने परिवार का एक मात्र सहारा था। मंगलवार को सुनील की मौत के बाद परिवार बेसहारा हो गया। मृतक के पड़ोसी राहुल ने बताया कि सुनील की पत्नी दिव्यांग है, वहीं तीन मासूम बच्चे हैं। जिसमें सबसे छोटा बच्चा एक वर्ष का है, जबकि दो तीन और चार वर्ष के हैं। मृतक के परिवार में मौत के बाद पत्‍‌नी का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं गांव में सन्नाटा पसरा है।

दो

जहरीली शराब से बिगड़ी हालत

देवरी गांव के रहने वाले 40 वर्षिय ताराचंद की भी शराब के चलते मौत हो गई। ताराचंद के माता-पिता की पहली मौत हो चुकी है। एक बेटा था, जिसकी शराब के सेवन से मौत हो गई। परिवार में मातक का महौल है। वहीं गांव के लोगों में खासी नाराजगी है। उन्होंने नकली शराब की बिक्री करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

तीन

पत्नी वोली अब कौन है मेरा सहारा

देवरी गांव में रहने वाले 35 वर्षिय रामसाहय ने भी 30 रुपये में मिलने वाला नकली शराब का पव्वा खरीदा था। इसके बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी। रामसहाय की हालत देख परिजन उसे आसपास के हॉस्पीटल में लेकर दौड़े लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। मृतक की पत्नी मंजू का कहना है कि वह किस के सहारे रहेगी।

चार

तीनों ने उसी दुकान से खरीदा था पव्वा

ताजगंज क्षेत्र के देवरी गांव में रहने वाले चंद्रभान ने भी उसी घर से शराब खरीदी थी जिस घर से ताराचंद, सुनील कुमार और रामसाय ने शराब खरीदी थी। चंद्रभान उर्फ चंदू ने शराब खरीद कर दोस्तों के साथ शेयर की की थी। सबसे पहले चंदू की तबीयत बिगड़ी। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां उसने रास्ते में दम तोड़ दिया।

पांच

गांव के ही युवक से खरीदी थी शराब

ताजगंज के गांव कोलारा कला में रहने वाला चालीस वर्षिय रामवीर मजूदरी कर परिवार का पालन पोषण करता था, ग्रामीण राजेश ने बताया कि एक दिन पहले सोमवार को राजवीर गांव के हेमंत की दुकान से शराब खरीद कर लाया था, शराब पीने के बाद उसकी हालत बिगड़ी गई, कुछ देर बाद उसने दमतोड़ दिया।

छह

शराब की लग चुकी थी लत

गांव कोलारा कला के रहने वाले 32 वर्षिय राधेश्याम उर्फ राधे शराब पीने का आदी था। रविवार को उसने गांव ही युवक से 20 रुपए का पव्वा खरीदा था। सोमवार को उसे निजी हॉस्पीटल में भर्ती कराया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। परिवार में मातक है, वहीं गांव के लोगों में नकली शराब की बिक्री करने वालों के खिलाफ खासी नाराजगी है।

सात

एक वर्ष से कर रहा था सेवन

गांव कोलारा कला के रहने वाले 35 वर्षिय अनिल उर्फ अन्नू पुत्र श्रीनिवास

की भी सोमवार को नकली शराब के सेवन से मौत हो गई। अनिल पिछले एक वर्ष से नकली शराब का सेवन कर रहा था। इस बीच कई बाद उसकी हालत खराब हो चुकी है। रविवार को अचानक हालत बिगड़ी, सोमवार को अनिल ने दम तोड़ दिया।

मुह से आने लगा ब्लड और हो गई मौत

42 वर्षिय ग्याप्रसाद पुत्र कैलाशी ने गांव में ही एक महीला की दुकान से शराब खरीदी थी। मंगलवार को दोपहर अचानक मुह से ब्लड आने लगा। परिजन ग्याप्रसाद को पास के हॉस्पीटल लेकर गए, जहां उसने दम तोड़ दिया। ग्रामीणों का कहना है कि परिवार का पालन पोषण करता था। ग्याप्रसाद की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है।

गांव का ही पप्पू बेचता अवैध शराब

देवरी गांव का रहने वाला पप्पू अवैध शराब का गोरख धंधा करता है। करीब 10 साल से पप्पू और परिवार के अन्य लोग इस धंधे में लगे हुए है। एक परिवार हजारों लोगों के गांव में मौत का धंधा कर रहा है। जिम्मेदार लोग भी आंखें बंद कर बैठे पुलिस ने फिर से जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

दस लाख मुआवजे की उठी मांग

शराब से हुई मौत के बाद सियासत भी गरमा ना शुरू हो गई है। पूर्व विधायक कालीचरन सुमन मौके पर पहुंच गए चार चंद संबंध में 10 लाख रुपए मुआवजे की मांग की है और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग भी की है।

गांव की दुकानों पर नगली शराब

ताजगंज के गांव कोलारा कला में हेंमत और एक अन्य महीला जो गांव में माई के नाम से जानी जाती है। नकली शराब की बिक्री की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि कई बार कंप्लेन करने पर कार्रवाई तो होती है, लेकिन कुछ दिन बाद फिर से ब्रिकी शुरू हो जाती है।

गांव में नकली शराब का धंधा फल फूल रहा है, कोरोना काल में इसे और बढ़ावा मिला है। किशोर और जवान इसकी चपेट में आ रहे हैं।

राकेश, मृतक के परिजन

नकली शराब के चलते गांव में चार की मौत हो चुकी है, जबकि चार मौत कोलारा कला में हुई हैं, सभी की मौत मिलावटी शराब के पीने से हुई है।

रूपेश , मृतक के परिजन

पुलिस और आबकारी विभाग की ओर से कार्रवाई की जाती है, लेकिन कुछ दिनों के बाद फिर से दुकानों पर मिलावटी शराब की बिक्री शुरू हो जाती है।

जगदीश , मृतक के परिजन

पुलिस और गांव के कुछ युवा इस धंधे को कर रहे हैं, पूर्व में भी कई मौतें हो चुकी है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नही की जाती है।

भूपेन्द्र , मृतक के परिजन