(ब्यूरो)। जाम और अतिक्रमण की समस्या खत्म करने के लिए एक्शन प्लान तैयार किया जा रहा है। ऐसे स्थानों को चिन्हित कर इंजीनियारिंग सर्वे कराया जा रहा है, वहीं चौराहों को नो एक्टिविटी जोन घोषित कराया जाएगा, जहां पचास मीटर की दूरी पर वाहनों को खड़ा कराया जाएगा। इससे शहर वासियों को सुगम और सुरक्षित ट्रैफिक व्यवस्था मुहैया कराई जा सकेगी। सहायक कमिश्नर ऑफ पुलिस सैय्यद अरीब अहमद ने लोगों से सहयोग की अपील की है।

1सवाल: खेरिया मोड़ पर अतिक्रमण के चलते जाम लगता है, कहीं कोई साइन बोर्ड भी नहीं है, ट्रैफिक पुलिसकर्मी आसपास खड़े देखे जा सकते हैं।
विजय दुआ, कमला नगर

जवाब: शहर में 80 चौकी प्रभारियों को जिम्मेदारी दी गई है जो अतिक्रमण को हटवाने में सहयोग करेंगे। इसकी मॉनीटरिंग सीधे पुलिस कमिश्नर कार्यालय से की जाएगी। वहीं, ऐसे स्थानों को भी लिस्टेड किया जाएगा। जहां साइन बोर्ड नहीं हैं।

2सवाल: रामबाग चौराहे पर सुबह से रात तक जाम के हालात रहते हैं, पुलिसकर्मी भी बहुत कम है। वाहन चालकों को जाम से गुजरना पड़ता है।
केपी शर्मा, रामबाग

जवाब: रामबाग चौराहे पर हैवी ट्रैफिक रहता है, इसको संज्ञान में लिया गया है। चौराहे से अतिक्रमण को हटाने का काम कराया जाएगा। वहीं पार्किंग व्यवस्था बेहतर कराई जाएगी। इससे जाम से लोगों को राहत मिल सकेगी।

3सवाल: शहर में हर जगह जाम के हालात हैं, कहीं से भी गुजरो जाम का सामना करना पड़ता है, पुलिसकर्मी लापरवाही करते हैं।

जवाब: जाम से निजात दिलाने के लिए प्लान तैयार किया गया है, ट्रैफिक जहां अधिक है। वहां का इंजीनियरिंग सर्वे कराया जा रहा है, अगर कोई शिकायत है, तो आप कार्यालय में कर सकते हैं।
ओम प्रकाश वर्मा, खेरिया मोड़

4सवाल: गुरुद्वारा चौराहे पर अक्सर जाम के हालात रहते हैं, दुर्घटना भी हो चुकी है, कट को बंद करना चाहिए।
कपूर चंद, सिकंदरा

जवाब: चौराहे पर अंडर पास या एलीवेटिड रोड पर विचार किया जा रहा है, कट को अभी बंद नहीं किया जा सकता है, समस्या का स्थाई हल निकाला जा रहा है। जल्द ही लोगों को जाम से निजात मिल सकेगी, ट्रैफिक को सुगम बनाया जाएगा।

5 सवाल: सिकंदरा चौराहे से केके नगर की ओर सर्विस रोड नहीं हैं, वहीं वाहन गलत दिशा से आते हैं।
संतोष कुमार, सिकंदरा

जवाब: सर्विस रोड बनाने पर एनएचएआई द्वारा प्लान तैयार किया जा रहा है, रॉंग साइड आने वाले वाहनों पर कार्रवाई कराई जाएगी। समय-समय पर चालान भी कराए जाते हैं, जुर्माना भी वसूल किया जाता है। नवंबर में 80 हजार वाहनों के चालान, 30 लाख रुपए जुर्माना वसूला गया है।

6- सवाल: शहर के मुख्य चौराहों पर जाम रहता है, हॉर्न को बार-बार चालक बजाते हैं। वे जानते हैं कि जाम खुलने पर भी वाहन निकल सकेंगे।
मनी आनंद, मोती कटरा

जवाब: जिले में 23 हजार से अधिक ऑटो और ई-रिक्शा हैं, ये वाहन चौराहे पर ही मूवमेंट करते हैं। जाम की समस्या काफी पुरानी है। इस बार ठोस प्लान तैयार किया गया है। बेवजह हॉर्न बजाने वाले वाहनों पर कार्रवाई कराने के आदेश दिए जाएंगे। वाहन से हॉर्न भी हटाए जाते हैं।

7-सवाल: चौराहों से रेड कलर के अस्थाई पोल ट्रैफिक को डिवाइड करने के लिए लगाए गए थे, जो टूट चुके हैं। इससे पीछे से आने वाले वाहन चालकों को समस्या होती है।
हरीकांत शर्मा, छत्ता

जवाब : शहर मेें करीब 800 पोल लगाए गए थे, जिसमें से साढ़े चार सौ हैवी ट्रैफिक के चलते टूट चुके हैं फिर लगाया जा रहा है। वाहन चालकों अपना लेफ्ट फ्री करके चलें। जिससे दूसरे वाहन चालकों को राहत मिले सकेगी, जाम भी नहीं लगेगा।

8-सवाल: हरीपर्वत से दिल्ली गेट जाने की सिग्नल टाइमिंग अधिक है, इससे वाहन चालकों समस्या होती है।

जवाब: चौराहे पर सिग्नल ऑटोमेटिक टाइमिंग सिस्टम से लगे हैं, जो ट्रैफिक को भाप लेते हैं, टाइमिंग को घटाया, बढ़ाया नहीं जा सकता है। चौराहे पर हैवी ट्रैफिक रहता है।
बंटी, प्रतापपुरा


9-सवाल: वाटर वक्र्स चौराहे पर प्राइवेट और रोडवेज बसों के खड़े होने से जाम रहता है। ठेकेदार वसूली करते हैं।
जवाब: वाटर वक्र्स चौराहे समेत करीब 70 बसों के चालान किए गए हैं, अवैध ढंग से खड़े वाहनों पर कार्रवाई कराई जा रही है। ठेकेदारों की जांच कराई जाएगी।
अंकित अग्रवाल, कमला नगर

10- सवाल: ग्वालियर रोड, सेवला पर ट्रैफिक का बुरा हाल है, ऑटो चालक कहीं भी वाहनों को खड़ा कर देते हैं।
दीपक, ग्वालियर रोड

जवाब: ट्रैफिक प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत चौराहों से पचास मीटर की दूरी पर वाहनों को खड़ा कराया जाएगा। वहीं नियमों की अनदेखी करने वाले वाहनों का चालान कर जुर्माना वसूल किया जाएगा।

11-सवाल: शहर की फुटपाथ पर अतिक्रमण है, वाहनों को खड़ा किया जा रहा है, पैदल चलने वालों के लिए कोई जगह नहीं हैं।
राहुल, बेलनगंज

जवाब: शहर में पैदल चलने वालों को लेकर सर्वे कराया गया है, जिसमें सामने आया कि केवल 37 फीसदी ही पैदल चलने की व्यवस्था है, इसका इंजीनियरिंग सर्वे कराया जाएगा।

हरीपर्वत, देहली गेट, बोदला, राजपुर चुंगी, बोदला, वाटरवर्क्स, बिजलीघर, मधुनगर, खेरिया मोड़ और भगवान टाकीज चौराहे को चिह्नित किया है। यहां एसआई के साथ पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगेगी। सौ मीटर दूरी पर आटो, ई-रिक्शा, ठेल-ढकेल आदि वाहन खड़े होंगे। ट्रैफिक सिग्नल का वाहन चालकों से पालन कराया जाएगा। बसों को निर्धारित स्थान पर पार्क कराया जाएगा। यातायात पुलिसकर्मी जरूरत पडऩे पर रिफ्लेक्टिव जैकेट, सेफ्टिवार टॉर्च और रेन कोट का प्रयोग करेंगे।

कंट्रोल रूम कनेक्ट कैमरे
शहर के 65 चौराहों से अतिक्रमण और अवैध पार्किंग को हटाने का कार्य कराया जाएगा, इसके साथ ही सभी चौराहों को स्मार्ट सिटी से कनैक्ट किया जाएगा। सिग्नल लाइट, एएनपीआर, एसवीडी, आरएलवीडी, इमरजेंसी कॉल बॉक्स, पीए सिस्टम का शत प्रतिशत निर्धारित स्थान पर कार्यशील कराना। वीएसी और पीए सिस्टम को चालू करना। चौराहों पर पेड़ और ट्रैफिक आईलैंड से ढके सिग्नल को हटवाने का कार्य कराया जााएगा।

ये आईं शिकायतें
- चौराहा, सड़कों पर अतिक्रमण।
- शहर में पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं होना।
- ऑटो में तेज आवाज में डेक बजाना।
- बालूगंज, खेेरिया में दुकानों के बाहर अतिक्रमण।
- जुगाड़ वाहनों को रोड पर अवैध रूप से चलाया जा रहा है।
- पुलिस द्वारा अनावश्यक बाहर की गाडिय़ों की चेकिंग।
- चौराहों पर चेकिंग के चलते जाम के हालात बनते हैं।
- नो एंट्री में भी माल वाहक वाहनों के प्रवेश।
-गलत दिशा से दौड़ रहे वाहन
-पैदल चलने वालों के लिए नहीं व्यवस्था


किस चौराहे क्या है समस्या
-भगवान टॉकीज
अतिक्रमण और रांग साइड ड्राइविंग की वजह से जाम की स्थिति उत्पन्न होना।
-रामबाग
रोड इंजीनियरिंग खराब होने की वजह से ट्रैफिक व्यवस्था खराब होना।

-वाटरवक्र्स
रोडवेज एवं प्राइवेट बसों के बीच चौराहे सवारी को लेना और उतारना।

-हरीपर्वत
ट्रैफिक सिग्नल की टाइमिंग सही न होने की वजह से आम जन को ट्रैफिक में परेशानी होना।

-बिजली घर
पार्किंग की व्यवस्था नहीं होना, कहीं से भी वाहन आ जाते हैं, जाम लगता है।

-बोदला चौराहा
बोदला चौराहे पर ट्रैफिक बाधित होता है, अतिक्रमण के चलते जाम के हालात बन जाते हैं।

- खेरिया मोड़
-अतिक्रमण, सड़क पर सब्जी फल मंडी के कराण लगता है जाम

- देहली गेट
अस्पतालों के बाहर वाहनों की पार्किंग से जाम।

-लोहामंडी
दुकानों के बाहर अतिक्रमण।

-आईएसबीटी
नेशनल हाइवे पर रोडवेज बसों का मुख्य मार्ग पर खड़ा होना और ट्रैफिक बाधित होना।