आगरा: कोरोना से जंग लड़ने के लिए भाप हथियार बनेगी। होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीज दिन में चार से पांच बार भाप ले सकते हैं। इससे फेफड़ों में सूजन कम होगी, साथ ही फेफड़ों का व्यायाम भी होगा। मंगलवार रात को सर्किट हाउस में अपर मुख्य सचिव, चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण अमित मोहन प्रसाद ने कोविड 19 की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की। आगाह किया कि सर्दी में कोरोना घातक हो सकता है। इसके लिए तैयार रहें।

मामूली लक्षण में ले सकते हैं भाप

अपर मुख्य सचिव, अमित मोहन प्रसाद ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों में भाप लेने से अच्छे रिजल्ट आ रहे हैं। जिन मरीजों में मामूली लक्षण हैं और होम आइसोलेशन में हैं, वे दिन में चार से पांच बार भाप ले सकते हैं। यह एंटी इन्फ्लैमेटरी फेफड़ों में सूजन कम करने का काम करती है। सीएमओ डा। आरसी पांडे को निर्देश दिए किए होम आइसोलेशन की सुविधा ले रहे कोरोना संक्रमित मरीजों को भाप लेने के लिए जागरूक किया जाए। वे योग भी करें। इसी तरह से एल टू लेवल के अस्पताल में भर्ती मरीजों को भाप दिलवाई जाए। उन्होंने आगाह किया कि सर्दी में कोरोना का कहर बरप सकता है।

ऑक्सीजन की उपलब्धता की जानकारी ली

कोरोना संक्रमित मरीज निमोनिया और फेफड़ों के संक्रमण के साथ भर्ती होंगे। इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी जाए। उन्होंने कोरोना संक्रमित सक्रिय केस, होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे मरीज, आइसीयू बेड, वेंटीलेटर, आक्सीजन की उपलब्धता की जानकारी ली। एसएन मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा। संजय काला ने कोविड हास्पिटल में सुविधाएं बढ़ाने के लिए बजट की मांग की, उन्होंने कहा कि बजट की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। कोरोना के केस कम होने और गंभीर मरीजों को बेहतर इलाज मिलने पर एसएन और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की प्रशंसा की। डीएम प्रभु एन सिंह, एसएसपी बबलू कुमार, अपर निदेशक डा। एके सिंह, जिला अस्पताल के प्रमुख अधीक्षक डा। बीएस यादव मौजूद रहे।

रेमडेसिवीर इंजेक्शन के इस्तेमाल पर हुई चर्चा

कोरोना संक्रमित मरीजों में रेमडेसिवीर इंजेक्शन के इस्तेमाल पर चर्चा की गई, इस पर अपर मुख्य सचिव ने कहा कि आइसीएमआर ने रेमडेसिवीर इंजेक्शन के कोरोना संक्रमण में अच्छे रिजल्ट नहीं बताए हैं। ऐसे में सीमित मरीजों में ही इसका इस्तेमाल किया जाए।