आगरा। अब थानों में बनी हेल्पडेस्क पर कंप्लेन लेकर आने वाली महिलाओं को रजिस्टर में कंप्लेन दर्ज करने के बाद रिसीविंग भी देनी होगी, जिसमें संबंधित पुलिस अधिकारी का नंबर होगा, जो इस मामले में जांच कर रहा है। वहीं कंप्लेन नंबर भी दिया जाएगा। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने दो दिन पहले पीडि़ताओं को रिसीविंग न मिलने को लेकर हेल्पडेस्क का रियलिटी चेक किया था, जिसमें गड़बड़ी सामने आई थी। इसके बाद डीजे-आईनेक्स्ट रिपोर्टर ने इस संबंध में एडीजी राजीव कृष्ण से बात की, उन्होंने साफतौर पर कहा है कि पीडि़ता को रिसीविंग जरूर मिलेगी। उन्होंने निर्देश जारी किया है।

हेल्पडेस्क लेती है कंपलेन का फीडबैक

मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत पीडि़त महिलाओं की शिकायत निस्तारण का प्रावधान है। यहां आने वाली शिकायतों को रजिस्टर में दर्ज करने के साथ संबंधित चौकी प्रभारी को जानकारी दी जाती है। कंप्लेन सॉल्व करने के बाद फीडबैक लेकर मामले की डिटेल रजिस्टर में अंकित की जाती है। अगर, फिर से मामले में शिकायत आती है, तो पुरानी डिटेल को भी जांच में शामिल किया जाता है।

डोमेस्टिक वायलेंस के केस ज्यादा

जिले में महिला उत्पीड़न के सर्वाधिक मामले रहे, जिसमें 709 मामलों की कंप्लेन दर्ज की गई। वहीं दहेज हत्या के मामले 115 दर्ज किए गए। इनमें अधिकतर मामलों में समझौते हो चुके हैं, जबकि कुछ मामले न्यायालय में विचाराधीन चल रहे हैं। महिला और युवतियों से छेड़खानी के मामले 90, महिलाओं से बलात्कार के मामले 45, सामुहिक बलात्कार के 19 मामले सामने आए हैं। छिनैती के मामले 75, देशी, विदेशी पर्यटकों से छेड़खानी के मामले शुन्य रहे।

सार्वजनिक स्थानों पर भी अलर्ट

महिला संबंधित उत्पीड़न के मामलों को रोकने के लिए थाने पर हेल्पडेस्क पर विशेष सुविधा है। वहीं, सार्वजनिक स्थानों पर एंटी रोमियो स्क्वॉयड को तैनात किया गया है, जो स्कूल और कॉलेजों पर तैनात रहने के साथ असमाजिकतत्वों पर निगरानी रखेंगे।

वर्ष 2020, जिले में महिला अपराध

- दहेज उत्पीड़न के मामले

709

-दहेज हत्या के मामले

115

-महिला व युवतियों से छेड़खानी

90

-महिला बलात्कार के मामले

45

-सामूहिक बलात्कार के मामले

19

-महिलाओं के साथ छिनैती के केस

75

-देसी-विदेशी पर्यटक महिलाओं से मारपीट, लूट, छिनैती, छेड़खानी

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वर्जन--

महिला संबंधित मामलों को स्मार्ट तरीके से सॉल्व किया जा रहा है, व्हाट्सएप ग्रुप्स में अलग-अलग इलाकों की एक्टिव वूमेंस को जोड़ा गया है। कंप्लेन की रिसीविंग पर भी फोकस रहेगा। जल्द ही इस संबंध में मिशन शक्ति से जुडे़ अधिकारियों की बैठक बुलाई जाएगी।

- राजीव कृ ष्ण, एडीजी