आगरा: आगरा नगर निगम सीमा को अब 4 जोन में बांट दिया गया है। नगर निगम प्रशासन वार्ड प्रणाली को खत्म करने जा रहा है। निगम अब जोनल प्रणाली लागू करने जा रहा है। जोन कार्यालय में नगर निगम के अलावा जल संस्थान, वबाग कंपनी, ईईएसएल कंपनी के अफसर मिलेंगे। अभी तक जल संस्थान के अफसर अलग कार्यालय में बैठते थे। वार्डों की असमानता को खत्म करने के लिए एक मई से जोनल प्रणाली लागू होगी। इससे शिकायतों का आसानी से निस्तारण हो सकेगा। साथ ही जोन कार्यालय में हाउस टैक्स, सीवर और पानी का टैक्स जमा हो सकेगा।
महापौर ने दी जानकारी
नगर निगम स्थित सदन कक्ष में गुरुवार को प्रेसवार्ता के दौरान बातचीत में महापौर नवीन जैन ने कहा कि वर्तमान में नगर निगम सीमा में सौ वार्ड हैं। जल्द ही दस नए वार्ड और शामिल हो रहे हैं। ऐसे में वार्डों की असमानता को दूर किया जा रहा है। 100 वार्ड को 4 जोन में बांटा गया है। इनमें लोहामंडी, छत्ता, हरीपर्वत और ताजगंज जोन शामिल हैं। हर जोन में 25-25 वार्ड होंगे। पूर्व में वार्डों में असमानता थी। उदाहरण के तौर पर छत्ता जोन में 29 वार्ड, ताजगंज जोन में 16, लोहामंडी में 33 और हरीपर्वत जोन में 22 वार्ड थे। निगम के सीमा विस्तार के बाद बदलाव की मांग की जा रही थी। नगरायुक्त निखिल टीकाराम ने बताया कि जोन कार्यालय में शिकायतों का निस्तारण होगा। इससे लोगों को नगर निगम कार्यालय नहीं आना पड़ेगा। अपर नगरायुक्त विनोद कुमार आदि इस दौरान मौजूद थे।
एक नजर में
100-नगर निगम सीमा में वार्ड
10-वार्ड और बढ़ाए जाने हैं
4-जोन में बंटा शहर
25-एक जोन में होंगे वार्ड
ये हैं जोन कार्यालय
छत्ता जोन : वाटरवर्क्स स्थित जल संस्थान कार्यालय का ग्राउंड फ्लोर
ताजगंज जोन : फतेहाबाद रोड स्थित शेल्टर होम
लोहामंडी जोन : आवास विकास कालोनी सेक्टर नौ स्थित नगर निगम की बि¨ल्डग
हरीपर्वत जोन : नगर निगम कार्यालय में
जोनल कार्यालय से यह होगा फायदा
- हाउस टैक्स की अदायगी के लिए नगर निगम नहीं आना पड़ेगा
- सफाई न होने या फिर सीवर समस्या को लेकर जोन कार्यालय में शिकायत की जा सकेगी।
- जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जोन कार्यालय से बनेगा।
- रोड, नाली निर्माण के कार्य जोन कार्यालय से होंगे
- बंद पड़ी स्ट्रीट लाइट की भी शिकायत की जा सकेगी
- सीवर समस्या की भी शिकायत की जा सकेगी
वर्तमान में नगर निगम सीमा में सौ वार्ड हैं। जल्द ही दस नए वार्ड और शामिल हो रहे हैं। ऐसे में वार्डों की असमानता को दूर किया जा रहा है। 100 वार्ड को 4 जोन में बांटा गया है। इनमें लोहामंडी, छत्ता, हरीपर्वत और ताजगंज जोन शामिल हैं। हर जोन में 25-25 वार्ड होंगे। वार्ड प्रणाली लागू होने के बाद समस्याओं के निस्तारण में आसानी होगी।
-नवीन जैन, महापौर, आगरा