- रेंज साइबर पुलिस ने छापा मारकर गुरुग्राम से पकड़े चार हैकर्स

- सैकड़ों लोगों से ठगी कर चुका है नाइजीरियन हैकर्स गैंग

आगरा। रेंज साइबर सेल ने गुरुवार को छापामार कार्रवाई में गुरुग्राम से नाइजीनियन गैंग के चार हैकर्स को पकड़ा है। नाइजीरियन हैकर्स गैंग बंद हो चुकी बीमा पॉलिसी के नाम पर तरह-तरह के लालच देकर खाते में रकम जमा कराने का काम करते थे। हैकर्स अब तक सैकड़ों लोगों को अपना शिकार बनाकर करोड़ों रुपये की ठगी को अंजाम दे चुके हैं। व्यापारी की शिकायत पर रेंज साइबर सेल पिछले कुछ समय से इस मामले में सक्रिय था।

साइबर सेल को मिली सफलता

रेंज साइबर थाने में व्यापारी प्रताप सिंह चौहान ने ठगी की शिकायत की थी। जिस पर अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया था। पीडित व्यापारी प्रताप सिंह चौहान की कई बीमा पॉलिसी बंद पड़ी थीं, इस पर व्यापारी ने गूगल पर आईआरडीए की वेबसाइट पर क्लेम के लिए संबंधित लोगों से संपर्क शुरू कर दिया। इससे वह हैकर्स के संपर्क में आ गए। हैकर्स ने क्लेम लेने के नियम व्यापारी को दिए। इसके साथ ही अलग-अलग पॉलिसी की रकम रिकवर करने के लिए एक करोड से अधिक की रकम खाते में जमा करवा ली।

व्यापारी को हुआ ठगी का अहसास

जब व्यापारी को तय समय सीमा के बाद क्लेम नहीं मिला, तब व्यापारी को ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद उन्होंने इस मामले की शिकायत साइबर सेल में की। पुलिस ने इस मामले में गुरुग्राम से तीन अभियुक्तों को बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया था। वहीं पूछताछ के बाद एक और हैकर्स को बंदी बनाया गया है। ये नाइजीरियन हैकर्स गैंग है। उनके पास से तीन लैपटॉप, पीओएस मशीन, एटीएम कार्ड, बैंक पास बुक बरामद की हैं।

देश के कई राज्यों में सक्रीय हैकर्स

नाइजीरियन साइबर हैकर्स का मकड़जाल देश के कई राज्यों में फैला है। गिरफ्तार चारों अभियुक्त गुरुग्राम के मानेसर रोड स्थित एक गली में रह रहे थे। पुलिस ने नाइजीरियन गुडसटाइस संडे उर्फ बैंसन, गाजियाबाद के बसुंधरा निवासी अरुण यादव, संभल के असमोली में महमूद नगर निवासी आसिफ और संभल में नवाब पुर निवासी जसपाल शामिल हैं।

किराए पर लेते थे मजदूरों के खाते

पूछताछ में पुलिस को जानकारी मिली कि नाइजीरियन हैकर्स गैंग के सदस्य ठगी की रकम को कभी अपने खाते में ट्रांसफर नहीं करते थे। वह इसके लिए मजदूर या आíथक रूप से कमजोर लोगों के बैंक खातों का इस्तेमाल करते थे। इसके लिए वह खातों को किराए पर लेते थे। इसके एवज में उनको मोटी रकम दी जाती थी।

टीम हैकर्स की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापामार कार्रवाई कर रही थी। चार हैकर्स को गिरफ्तार किया गया है।

शैलेश कुमार, रेंज साइबर सेल प्रभारी