बढ़ाई जा सकती है टाइमिंग
उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) के डीजीएम जनसंपर्क पंचानन मिश्र ने बताया कि मेट्रो स्टेशनों के बाहर से सिटी बसों का भी नियमित अंतराल में संचालन किया जाएगा। वर्तमान में रात दस बजे तक मेट्रो चलेगी। अगर पैसेंजर्स की संख्या अधिक रही तो टाइङ्क्षमग को बढ़ाकर रात 11 बजे तक कर दिया जाएगा। प्रायोरिटी वाले कॉरिडोर में छह स्टेशन हैं। इसमें तीन अंडरग्राउंड और तीन एलीवेटेड हैं। अंडरग्राउंड स्टेशन 70 फीट की गहराई और एलीवेटेड स्टेशन आठ मीटर की ऊंचाई पर बने हैं। भूमिगत टनल का व्यास 6.6 मीटर है।
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मेट्रो में ऐसा करने पर लग सकता है जुर्माना
- अगर आप मेट्रो के कोच में कुछ भी लिखते हैं या फिर चिपका देते हैं तो आप पर एक हजार रुपए का जुर्माना या फिर छह माह की जेल हो सकती है।
- शराब पीकर मेट्रो में सफर करने पर रोक है। पकड़े जाने पर 500 रुपए का जुर्माना लगेगा।
- मेट्रो में खतरनाक वस्तुएं ले जाने पर पांच हजार रुपए का जुर्माना और चार साल की जेल है।
- अगर मेट्रो स्टेशन में प्रदर्शन करते हैं तो एक हजार रुपए का जुर्माना लगेगा।
- मेट्रो ट्रैक पर विरोध प्रदर्शन करने पर 250 रुपए का जुर्माना और तीन महीने की कैद है।
- मेट्रो में गुटखा या फिर पान खाकर सफर नहीं कर सकते हैं। अगर पीक मारते हुए पकड़े गए तो जुर्माना लगेगा।
- वस्तुओं और टिकट के अनाधिकृत विक्रय पर 500 रुपए का जुर्माना और छह महीने की कैद है।
- अलार्म का दुरुपयोग करने पर एक हजार रुपए का जुर्माना और एक साल की कैद है।
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इन बातों का रखें ध्यान
- ऑटोमेटिक सीढिय़ों के प्रयोग करने के दौरान सावधानी बरतने के लिए कहा गया है। हैंडरेल को पकड़ कर रखें, पैरों को पीली लाइनों के बीच में ही रखें, बच्चों को ठीक तरीके से पकड़ कर रखें, किनारों से दूरी बनाकर रखें।
- नेत्रहीन यात्रियों की सुविधा के लिए उनके रास्ते में न आएं।
- टिकट लेने के बाद ही मेट्रो में सफर करें।
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सुरक्षा हेल्प लाइन नंबर : 0562-2653226
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छह स्टेशनों की निगरानी करेंगे 135 जवान
स्पेशल सुरक्षा बल का स्टाफ तीन शिफ्ट में तैनात होगा। पहले चरण में 135 जवानों को तैनात किया गया है। धीरे-धीरे जवानों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। विशेष जांच के बाद ही मेट्रो में पैसेंजर्स को चढऩे दिया जाएगा। सभी जवान आधुनिक हथियारों से लैस हैं। सुरक्षा शाखा द्वारा हैंडहेल्ड मेटल डिटेक्टर, डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर, एक्सरे बैगेज शामिल है। सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। सुरक्षा बल के जवानों में महिला स्टाफ भी शामिल है।
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हर स्टेशन के पास पार्किंग की व्यवस्था
- प्रायोरिटी वाले कॉरिडोर में छह स्टेशनों में मेट्रो चलेगी। इसमें तीन एलीवेटेड और तीन अंडरग्राउंड स्टेशन हैं। प्रत्येक स्टेशन से सटकर पार्किंग की व्यवस्था की गई है।

ये हैं छह स्टेशन
- ताज पूर्वी गेट स्टेशन : फतेहाबाद रोड पर टीडीआइ माल के ठीक सामने। यह एलीवेटेड स्टेशन है।
- कैप्टन शुभम गुप्ता स्टेशन : एलीवेटेड स्टेशन फतेहाबाद रोड स्थित होटल ग्रांड मरक्यूर के ठीक सामने।
- फतेहाबाद रोड स्टेशन : फतेहाबाद रोड स्थित मुगल पुलिया पर। यह एलीवेटेड स्टेशन है।
- ताजमहल स्टेशन : भूमिगत स्टेशन पुरानी मंडी तिराहा के पास। ताजमहल पश्चिमी गेट की तरफ जाने वाली सीढिय़ों को खत्म कर दिया गया है।
- आगरा फोर्ट स्टेशन : भूमिगत स्टेशन आगरा फोर्ट के ठीक सामने। इस स्टेशन के पास पार्किंग है। जरूरत पडऩे पर समीप खाली स्थल भी है.
- मन:कामेश्वर स्टेशन : भूमिगत स्टेशन बिजलीघर बस स्टैंड के गेट के ठीक सामने। इस स्टेशन के पास छोटी पार्किंग है। इस स्टेशन से कुछ दूरी पर आगरा फोर्ट रेलवे स्टेशन है।

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बचपन का सपना हुआ पूरा

- शुभारंभ के दौरान ट्रेन ऑपरेटर मोना ने दौड़ाई मेट्रो

आगरा। बचपन से जिस सपने को जिया उसे सच होता देखना बुलंदशहर की मोना के लिए किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं था। स्कूल की दहलीज पर कदम रखते ही उन्होंने प्लेन या ट्रेन चलाने का सपना पाल लिया था। प्लेन तो नहीं, पर मुख्यमंत्री की मौजूदगी में जब आगरा की पहली मेट्रो की कमान उन्हें सौंपी गई तो उन्हें मानों पंख लग गए। सीएम का इशारा पाते ही मोना ने मेट्रो दौड़ा दी।

एक बड़ी उपलब्धि
बुलंदशहर की रहने वाली मोना चौधरी की बचपन से ट्रेन, कार और प्लेन चलाने की इच्छा रही है। इसके लिए उन्होंने शुरुआती शिक्षा गृह जनपद से करने के बाद गाजियाबाद से इलेक्ट्रिकल में बीटेक पूरा किया। बीटेक करने के बाद वह ऑटोमोबाइल क्षेत्र में अपना परचम लहराने निकल पड़ीं। तीन बड़ी कंपनियों के इंटरव्यू देने के बाद उन्हें 2021 में कानपुर मेट्रो में स्टेशन कंट्रोलर कम ट्रेन ऑपरेटर की नौकरी मिली। अब उन्हें आगरा मेट्रो की जिम्मेदारी संभालने का ऑफर मिला है। बाद में मोना को पता चला कि जिस मेट्रो की जिम्मेदारी उन्हें मिली है, उसमें सीएम योगी आदित्यनाथ बैठेंगे और वही मेट्रो को हरी झंडी दिखाएंगे। यह उनके लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं था। मोना ने कहा, यह सुनकर पापा-मम्मी को बहुत खुशी हुई है। मोना आगरा मेट्रो में स्टेशन कंट्रोलर कम ट्रेन ऑपरेटर के पद पर ही सेवाएं दे रही हैं।


मेट्रो की खुशी में बोले छात्र व अन्य---
हमने पहली बार आगरा मेट्रो में सफर किया है। अब हम पापा-मम्मी के साथ ताजमहल देखने मेट्रो से आया करेंगे। हमने एक राकेट का माडल भी बनाया है। मैं साइंटिस्ट बन देश की सेवा करना चाहता हूं।
- देवांश, कक्षा 6, केवी नंबर-1

योगी अंकल ने रही झंडी दिखाई और मेट्रो चल पड़ी। पहले हमको अंदर से थोड़ा डर लगा, लेकिन दोस्तों के साथ बैठकर सब भूल गई। बहुत अच्छा लगा और आगरा घूमने में मेट्रो हेल्प करेगी।
गौहर, कक्षा 6, केवी नंबर-1

मेट्रो में बैठने के लिए मुझे बहुत उत्सुकता थी। पहली बार सफर किया तो अच्छा लगा। योगी अंकल को भी पास से देखा। अब अगली बार भाई, पापा-मम्मी को लेकर मेट्रो से घूमने आऊंगी।
- उन्नति, कक्षा 6, केवी नंबर-1

स्कूल में मैम और सर ने एक दिन पहले बताया था कि आप लोग मेट्रो में बैठने चल रहे हैं। इसके बाद मेरी भूख-प्यास सब मिट गई। मम्मी ने लंच भी दिया लेकिन मेट्रो में बैठने की इच्छा के आगे भूख नहीं लगी।
- काव्या भाटी, कक्षा 5, केवी नंबर-1

मैं इस दिन का इंतजार कर रहा था। पहले दिन ही मेट्रो यात्री बन कर सफर करने का मजा अलग है। अपने शहर में मेट्रो दौड़ पड़ी। यह हम सभी के लिए गौरव की बात है।
- ओलिस आसिफ, लोहामंडी

पर्यटकों को अब और सुविधा होगी। शहर में पूरी दुनिया से पर्यटक आते हैं। उनके लिए मददगार साबित होगी मेट्रो। इसके साथ आज का दिन आगरा के इतिहास में भी दर्ज हो गया।
- मोहिनी गोयल, जयपुर हाउस

हमारे लिए गर्व का विषय है कि हमारे शहर में मेट्रो का शुभारंभ हुआ। मेट्रो के शुभारंभ के साक्षी और प्रथम यात्रा के प्रथम यात्रीदल के सदस्य के रूप में सम्मिलित होने पर अत्यंत गौरवान्वित एवं प्रफुल्लित हूं।
- हर्ष शर्मा, शिक्षक, केवी नंबर-1

मेट्रो का शुभारंभ बहुत ही खास और अविस्मरणीय पल था। शहर की इतनी अधिक आबादी में हम लोग आगरा मेट्रो में प्रथम यात्रा के प्रथम दल के सदस्य के रूप में शामिल हुए यह अद्भुत था।
- सुनीता राठी, शिक्षिका, केवी नंबर-1

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मेट्रो का होगा विस्तार

मेट्रो के प्रायोरिटी कॉरिडोर के शुभारंभ पर प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि मेट्रो रेल परियोजना केवल कनेक्टिविटी के बारे में नहीं है। यह टिकाऊ, हरित शहरी विकास की परिकल्पना की दिशा में बड़ा कदम है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट बेहतर होने के साथ ही शहर के विकास में भी मदद मिलती है। आगरा में 30 किमी लंबा मेट्रो ट्रैक होगा। यह कार्य वर्ष 2026 तक पूरा हो जाएगा, लेकिन इस कार्य के बाद भी शहर में मेट्रो नेटवर्क का विस्तार होगा। मास्टर प्लान में इसे भी हिस्सा बनाया जा रहा है। मेट्रो को एयरपोर्ट सहित अन्य से जोड़ा जाएगा। वहीं वाराणसी, बरेली और झांसी में राइट््स संस्था मेट्रो को लेकर सर्वे कर रही है। 10 और 20 लाख की जनसंख्या वाले प्रदेश के जितने भी शहर हैं, उन सभी के लिए अलग-अलग योजनाएं बन रही हैं। जल्द ही यह सभी योजनाएं धरातल पर नजर आने लगेंगी। मेट्रो का नेटवर्क जितना बड़ा होगा, यात्रियों को उतनी ही आसानी रहेगी। इससे यात्री मेट्रो का अधिक प्रयोग करेंगे। मेट्रो के प्रत्येक कोच को यात्री फ्रेंडली बनाया गया है। उसमें मोबाइल चार्जिंग सहित अन्य सुविधाएं दी गई हैं। भविष्य में जिन शहरों में मेट्रो चलेंगी, उनके कोच में और भी सुविधाएं बढ़ेंगी। उन्होंने बताया कि मास्टर प्लान में बदलाव किया जा रहा है.खासकर ऐसे शहर जिनकी जनसंख्या दस लाख या फिर बीस लाख है। इन्हें दो श्रेणी में बांटा गया है। इसी आधार पर बरेली, झांसी और वाराणसी में सर्वे हो रहा है। जल्द ही कई और शहरों में भी सर्वे शुरू होगा। आगामी चालीस साल की प्लाङ्क्षनग की जा रही है। मेट्रो से बढिय़ा कोई भी विकल्प नहीं है।