- 16 मीटर से कम नहीं होगी जुड़वां टनल की गहराई, साढ़े छह मीटर होगा टनल का व्यास

आगरा: अंडरग्राउंड ट्रैक के निर्माण में उप्र मेट्रो रेल कारपोरेशन (यूपीएमआरसी) की टीम टनल बो¨रग मशीन (टीबीएम) का प्रयोग करेगी। इससे ट्रैक की खोदाई कब हो गई, इसका पता नहीं चलेगा। साढ़े सात किमी लंबे ट्रैक के एलाइनमेंट के 50-50 मीटर के दायरे में प्रभावी एरिया होगा। मकानों में सेंसर लगाए जाएंगे। जुड़वां टनल की गहराई 16 किमी से कम नहीं होगी जबकि, टनल का व्यास साढ़े छह मीटर होगा।

यूपीएमआरसी के एक अधिकारी ने बताया कि पुरानी मंडी तिराहा से खंदारी तक अंडरग्राउंड ट्रैक होगा। जुड़वां टनल में एक अप ट्रैक और दूसरा डाउन ट्रैक होगा। ट्रैक के दोनों ओर 50-50 मीटर के दायरे में आने वाले सभी मकानों का बेसलाइन सर्वे किया जाएगा। टीबीएम से जो भी मिट्टी निकलेगी, उसे हटाने के लिए हल्के वाहनों का प्रयोग किया जाएगा जबकि खोदाई के तुरंत बाद लाइ¨नग की जाएगी। यानी टनल को मजबूती देने के लिए क्रेन की मदद से एक साथ छह पीस लगाए जाएंगे। एक पीस की लंबाई डेढ़ मीटर, मोटाई एक फीट और वजन तीन टन होगा।

12 अक्टूबर है टेंडर की अंतिम तारीख: यूपीएमआरसी ने सात मेट्रो स्टेशनों के निर्माण के लिए टेंडर आमंत्रित किए हैं। इसकी अंतिम तारीख 12 अक्टूबर है।

यह हैं अंडरग्राउंड स्टेशन : ताजमहल, आगरा किला, जामा मस्जिद, एसएन मेडिकल कालेज, आगरा कालेज, राजा की मंडी, आरबीएस कालेज।

आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट एक नजर में

- शहर में मेट्रो ट्रैक तीस किमी लंबा होगा। इसमें साढ़े 22 किमी एलीवेटेड ट्रैक और साढ़े सात किमी अंडरग्राउंड ट्रैक होगा।

- सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक पहला कारिडोर 14 किमी लंबा होगा। इसमें साढ़े सात किमी अंडरग्राउंड ट्रैक और साढ़े छह किमी एलीवेटेड ट्रैक होगा।

- आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से का¨लदी विहार तक दूसरा कारिडोर 16 किमी लंबा होगा। यह पूरा ट्रैक एलीवेटेड होगा।

- कुल स्टेशन 27 होंगे जिसमें बीस एलीवेटेड और सात अंडरग्राउंड स्टेशन होंगे।

- प्राथमिकता वाला कारिडोर पहले कारिडोर में आएगा। यह छह किमी लंबा होगा। इसमें तीन एलीवेटेड और तीन अंडरग्राउंड स्टेशन होंगे। इस पर दिसंबर 2023 में मेट्रो का संचालन शुरू होगा।

- मेट्रो प्रोजेक्ट की कुल लागत 7369 करोड़ रुपये होगी।

- 112 करोड़ रुपये से मेट्रो का पहला डिपो पीएसी ग्राउंड में बन रहा है। दूसरा डिपो का¨लदी विहार में बनेगा।

- अंडरग्राउंड ट्रैक की खोदाई में टीबीएम का प्रयोग किया जाएगा। जुड़वां टनल में एक-एक टीबीएम लगेगी। मकानों का बेसलाइन सर्वे किया जाएगा। ट्रैक की खोदाई के दौरान जगह-जगह सेंसर लगाए जाएंगे।

अर¨वद कुमार, प्रोजेक्ट निदेशक आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट