एक महीने तक लगेगी डयूटी
एसीपी ट्रैफिक ने बताया कि शहर में लोगों को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए इस बाद ठोस उपाय किया जा रहा है। शहर के 42 चौराहों में 22 चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के सबइंस्पेक्टर की एक मंथ तक ड्यूटी लगाई गई है। इससे पहले अधिकतम एक सप्ताह तक ही ड्यूटी लगाई जाती थी।


चौराहों की एसओपी करेंगे तैयार
शहर की सड़कों पर जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए शहर के मुख्य 22 चौराहों की स्टेंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर, एसओपी, रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। एक महीने तक एक डयूटी करने वाले टीएसआई द्वारा उक्त चौराहे के बारे में रिपोर्ट तैयार की जाएगी, जिसमें सड़क में टेक्निकल प्रॉब्लम, डिवाइडर, सिग्नल, लाइट के अलावा ट्रैफिक का भार का भी मूल्यांकन किया जाएगा।

एक महीने के बाद होगा अमल
टै्रफिक पुलिस के सबइंस्पेक्टर द्वारा चौराहों की रिपोर्ट तैयार कर आलाधिकारियों को भेजी जाएगी। इसके एक महीने के बाद ही तैयार रिपोर्ट पर अमल किया जाएगा। इससे शहर होने वाले जाम के कारण का पता तो चल सकेगा, साथ ही शहर के लोगों को भी जाम के झाम से राहत मिल सकेगी। शहर के मुख्य चौराहों के साथ इंटरनल मार्ग पर भी इस प्लान को लागू कराया जाएगा।

ट्रैफिक पुलिस की अपील
पीक ऑवर्स के दौरान ना निकालें वाहन
एसीपी ट्रैफिक ने बताया कि शहर के लोगों से अपील है कि वे रूल्स को फॉलो कर सहयोग करें। जब तक बहुत जरूरी न हो, पीक ऑवर्स के दौरान अपने वाहन को बाहर निकालने से बचें। जैसे कि जब ऑफिस जाने वाले लोग सड़क पर हों तब घर से वाहन न निकालें। सड़कों के भीषण ट्रैफिक में फंसने से बचने के लिए आप पहले से ही अपनी यात्रा को देरी से करने या सुबह जल्दी निकलने की योजना बना सकते हैं। ऑफिस जाते समय, आप घर से थोड़ा जल्दी या ऑफिस से थोड़ी देर बाद निकलने की कोशिश कर सकते हैं। इस तरह आप सहयोग कर सकते हैं।


ट्रैफिक एप का करें इस्तेमाल
जाम से बचने के लिए आप गूगल एप का इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसे एप जो ट्रैफिक की निगरानी करने में मदद करते हैं। अधिकतर एप में ट्रैफिक की स्थिति देखने के लिए रियल टाइम कैमरा फीड होता है। यह चलते-फिरते आपका रूट तय करने में फायदेमंद साबित हो सकता है। इससे आप समय की बचत तो करेंगे साथ ही जाम से भी निजात पा सकेंगे।

कार के बजाय अपनाएं विकल्प
अक्सर, छोटी दूरी तक पैदल जाया जा सकता है, लोग बाहर जाने के लिए भी कार का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि यह सुविधाजनक और तेज है, लेकिन यह कई बार समस्या भी पैदा कर सकता है। जब हम ट्रैफिक में फंस जाते हैं या पार्किंग की समस्या का सामना करते हैं। यदि कोई दूरी चल कर नापी जा सकती है या साइकिल चलाकर पहुंचा जा सकता है, तो कार के बजाय उन विकल्पों का इस्तेमाल करना चाहिए।

शहर में कुल चौराहे
62
-शहर के प्रमुख चौराहे
42
-चौराहों की एसओपी हो रही तैयार
22


शहर के 22 चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस के सबइंस्पेक्टर की एक मंथ तक ड्यूटी लगाई गई है। सड़कों पर जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए इन चौराहों की एसओपी रिपोर्ट तैयार कराई जा रहरी है। एक महीने के बाद इसको अमल में लाया जाएगा।
- सैय्यद अरीब अहमद, एसीपी ट्रैफिक