केस-1
- लखनऊ एक्सप्रेसवे स्थित फतेहाबाद टोल प्लाजा। शुक्रवार दोपहर एक बजे चालक वीरेंद्र ङ्क्षसह आगरा से इटावा जा रहे थे। फास्टैग अकाउंट में 1400 रुपए थे। फास्टैग साढ़े तीन साल पुराना था.अकाउंट रीड नहीं हुआ। कर्मचारी ने अकाउंट के काली सूची में होने की जानकारी दी। वीरेंद्र ङ्क्षसह ने अकाउंट के एक्टिव होने का सुबूत दिया। पांच मिनट तक गाड़ी खड़ी रही। कर्मचारी ने टोल वसूला और फिर गाड़ी को जाने दिया गया। कुछ देर के बाद चालक विश्वास गुप्ता के साथ भी यही हुआ। सात मिनट तक गाड़ी खड़ी रही। किसी तरीके से टोल की वसूली हो सकी.

केस-2
- न्यू दक्षिणी बाइपास स्थित रायभा टोला प्लाजा। शुक्रवार दोपहर तीन बजे। चालक विक्रम ङ्क्षसह परिवार के साथ पहुंचे। फास्टैग अकाउंट में 700 रुपए थे। अकाउंट काली सूची में आ रहा था। विक्रम और टोल कर्मचारी के मध्य विवाद हुआ। किसी तरीके से एक अन्य कर्मचारी ने विवाद शांत कराया। विक्रम को चार मिनट तक इंतजार करना पड़ा। कैश देकर वाहन को गुजारा गया। विक्रम ने बताया कि तीन साल पूर्व फास्टैग गाड़ी में लगाया था। पहली बार काली सूची में बता रहा है।

केस-3
ग्वालियर रोड स्थित जाजऊ टोल प्लाजा। शुक्रवार शाम चार बजे चालक राजकुमार ङ्क्षसह गोवर्धन से ग्वालियर जा रहे थे। फास्टैग अकाउंट में 870 रुपए का बैलेंस था लेकिन स्कैनर से जैसे ही अकाउंट को रीड किया। अकाउंट काली सूची में बताने लगा। टोल कर्मचारी ने राजकुमार से अकाउंट को एक्टिव कराने के लिए कहा। राजकुमार ने बताया कि ढाई साल पूर्व फास्टैग गाड़ी में लगाया था। पर्याप्त बैलेंस होने के बाद भी यह कार्य नहीं कर रहा है। दस मिनट तक गाड़ी खड़ी रही। राजकुमार का कर्मचारी से विवाद हुआ। कैश लेकर गाड़ी को गुजारा गया.-------------


----
वर्जन
- टोल प्लाजा को लेकर जो भी शिकायतें मिली हैं। बैलेंस होने के बाद भी काली सूची में कैसे आ रहा है.इसकी रिपोर्ट तलब की गई है।
संजय वर्मा, परियोजना निदेशक एनएचएआइ आगरा खंड
---
- पुराने फास्टैब अकाउंट में सबसे अधिक दिक्कत आ रही है। पांच साल पुराने फास्टैग को बदलवाने और तीन साल पुराने की केवाईसी कराने के लिए कहा जा रहा है।
प्रदीप पाठक, टोल मैनेजर फतेहाबाद लखनऊ एक्सप्रेसवे

- लखनऊ टोल प्लाजा में अक्सर दिक्कत आ जाती है। इससे दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। फास्टैग अकाउंट में पैसे होने के बाद भी यह काली सूची में आ रहा है।
लक्ष्मण ङ्क्षसह, चालक जोधपुर
---
- रायभा टोल प्लाजा में सर्वर आए दिन फेल हो जाता है। बैलेंस होने के बाद भी यह शून्य बताने लगता है। जरा सी बात पर कर्मचारी विवाद करने लगते हैं।
सोनू, चालक मुरैना