निकाली गई शोभायात्रा

राहुल बंसल प्रभु जी ने बताया कि नेहरू नगर पार्क से शुरू होने के बाद शोभायात्रा गांधी नगर, विकल चौक, पानी की टंकी रोड, कमलानगर मैन मार्केट, महाराजा अग्रसेन मार्ग होते हुए कमलानगर स्थित श्री श्री जगन्नाथ मंदिर पर संपन्न हुई। इस्कॉन आगरा के फूड फॉर लाइफ प्रकल्प की संयोजिका अशु मित्तल ने बताया कि श्री रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के इस शुभ अवसर पर इस्कॉन की ओर से आगरा में 10 हजार लोगों को प्रसाद वितरण कराया गया है।

यह रहे मौजूद

इस अवसर पर अपर पुलिस आयुक्त केशव चौधरी की धर्मपत्नी प्राची चौधरी, दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के एमडी अमित किशोर कीं धर्मपत्नी प्रतिमा किशोर, एडीए वीसी चर्चित गौड़ की धर्मपत्नी आरुषि गौड़ के साथ ही अशोक ऑटो सेल्स कीं प्रबंध निदेशक डॉ। रंजना बंसल, लायंस क्लब के इंटरनेशनल डायरेक्टर जितेंद्र चौहान, श्री क्षेत्र बजाजा कमेटी के सुनील विकल, लायंस क्लब प्रयास के अध्यक्ष प्रदीप जुनेजा, रोटरी ग्रेस की अध्यक्ष नीलम मेहरोत्रा, सचिव शीनू कोहली, मीनाक्षी मोहन, मयूरी मित्तल, सुशील अग्रवाल, विमल नयन फतेहपुरिया, मुकेश अग्रवाल, अखिल बंसल आदि ने महाआरती की।

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उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल में हुआ बालकाण्ड श्रवण-

आगरा। आयोध्या में श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर उजाला सिग्नस रेनबो हॉस्पिटल में रामचरित मानस के बालकाण्ड का श्रवण हुआ। वरिष्ठ न्यूरोसर्जन डॉ। आरसी मिश्रा ने कहा कि श्री रामलला नए भव्य मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं। सदियों से चली आ रही लोगों के मन की अभिलाषा पूरी हुई है। उन्होंने कहा कि रामचरित मानस वह ग्रंथ है जो संपूर्ण भारतीय संस्कृति, धर्म, राजनीति और मानवता का प्रेरक है। इस काव्य सरोवर में भारतीय संस्कृति और सभ्यता की युगों-युगों की कथा समावष्टि है। मानस के सात कांडों में से आज प्राण प्रतिष्ठा के विशेष अवसर पर बाल कांड का श्रवण किया गया। श्रीराम चरित मानस के बाल कांड में भगवान राम के जन्म से लेकर विवाह तक का घटनाक्रम है। रामायण की संपूर्ण कहानी की शुरूआत यहीं से होती है। धार्मिक दृष्टि से रामायण का बालकाण्ड बहुत महत्वपूर्ण है। इसे पढऩे से महापीड़ा और ग्रहपीड़ा से मुक्ति मिलती है यानि सभी दुख, दोष और पीड़ा मुक्त हो जाते हैं। इस अवसर पर डॉ। जयदीप मल्होत्रा, डॉ। रेणुका डंग, डॉ। नरेंद्र मल्होत्रा, संजय डंग, डॉ। नीहारिका मल्होत्रा, संजिका डंग, डॉ। केशव मल्होत्रा, दिव्य प्रशांत बजाज, डॉ। वंदना कालरा, डॉ। शरद गुप्ता, डॉ। संजीव शर्मा, डॉ। आदित्य कुमार, डॉ। सिद्धार्थ दुबे, डॉ। विशाल गुप्ता, डॉ। आकांक्षा अरोड़ा, डॉ। शैली गुप्ता, डॉ। नीरजा सचदेव आदि मौजूद रहे।