इस कंपनी को सौंपी जिम्मेदारी
अवैध पार्किंग और सड़क पर खड़े होने वाले वाहनों को टो करने के लिए नगर निगम ने अभियान शुरू कर दिया है। इसके लिए नगर निगम की ओर से प्राइवेट फर्म ट्रीनिटी सर्विसेज से करार किया गया है। पीपीपी (पब्लिक, प्राइवेट, पार्टनरशिप) मोड पर किए गए करार के तहत कंपनी की क्रेन शहर में मुख्य मार्गों पर अवैध पार्किंग में खड़े होने वाले वाहनों को उठाएंगी।

इन वाहनों पर होगा एक्शन
कंपनी की ओर से सिर्फ फोर व्हीलर ही नहीं, बल्कि थ्री व्हीलर और टू-व्हीलर वाहनों पर भी कार्रवाई की जाएगी। वाहन को रिलीज कराने के लिए ओनर को जुर्माना अदा करना होगा। इसके व्हीकल टाइप के अनुसार तय किया गया है। जिसमें सबसे अधिक फोर व्हीलर व्हीकल का जुर्माना रखा गया है, जो एक हजार रुपए है। वहीं टू-व्हीलर के लिए 300 रुपए जुर्माना तय किया गया है।

70 परसेंट निगम के खाते में
अवैध पार्किंग में खड़े वाहनों के खिलाफ ये अभियान नगर निगम और ट्रैफिक पुलिस के बीच को-ऑर्डिनेशन से चलेगा। व्हीकल्स पर कार्रवाई से जो भी आय होगी, उसका 70 परसेंट नगर निगम के खाते में जाएगा। 10 परसेंट ट्रैफिक पुलिस के खाते में जाएगा। शेष अमाउंट से कंपनी अपने खर्चे उठाएगी। जिसमें ड्राइवर, क्रेन का मेंटीनेंस, डीजल आदि एक्सपेंसेस शामिल होंगी।

इनकम इस तरह होगी कैलकुलेट
कंपनी की ओर से एक क्रेन से उठाए गए व्हीकल्स से जुर्माना राशि के रूप में एक लाख रुपए वसूले जाते हैं। तो इसका 70 परसेंट यानी 70 हजार रुपए नगर निगम के खाते में जाएगा। कंपनी की ओर से मौजूदा समय में तीन क्रेन लगाई गई हैं। आवश्यकता के अनुसार इन क्रेन की संख्या में अभी और इजाफा किया जाएगा।

आपका वाहन कहां मिलेगा
अगर सड़क से आपका वाहन उठ गया है तो वह आपको कंपनी की ओर से निर्धारित किए गए स्थान पर या फिर नजदीकी पुलिस चौकी या थाने पर मिलेगा। चूंकि अभियान में ट्रैफिक का भी सहयोग है। तो ऐसे में कंपनी की ओर से पुलिस चौकी या थानों पर भी टो किए जा रहे वाहन खड़े किए जा सकते हैं।

इससे क्या फायदा होगा

1. भीड़भाड़़ वाले बाजारों को मिलेगी राहत
शहर के भीड़भाड़ वाले बाजार हॉस्पिटल रोड हो या फिर शाहगंज, रुई की मंडी हो या फिर बिजलीघर के मार्केट। इन बाजारों में भीड़ के साथ सबसे अधिक समस्या सड़क पर खड़े वाहन होते हैं। खरीदारी करने के लिए पहुंचने वाले लोग दुकान के सामने ही वाहन खड़ा कर देते हैं। इससे भीड़ और सड़क पर खड़े वाहनों से ट्रैफिक एक तरह से ठप हो जाता है। लेकिन अब राहत मिल सकेगी।

2. महीनों से सड़कों पर खड़े वाहन
कई जगह तो शहर में लंबे अरसे से सड़क किनारे वाहन खड़े रहते हैं। ये वाहन कबाड़ हो चुके हैं या फिर खराब हैं। ओनर अपने घर के अंदर खड़े करने के बजाय इन्हें किनारे से सड़क पर खड़ा कर देते हैं। ऐसे वाहनों को भी हटाया जाएगा।

3. जाम से मिलेगी निजात
सड़क पर खड़े होने वाले वाहन जाम की वजह बनते हैं। सबसे अधिक समस्या संजय प्लेस और एमजी रोड पर देखने को मिलती है। इन मार्गों पर एक वाहन खड़ा होने से भी जाम के हालात बन जाते हैं। वाहनों की कतार लग जाती है।

4. खड़े वाहनों से नहीं होगे एक्सीडेंट
सड़क पर खड़े वाहन कई बार हादसे का कारण बन जाते हैं। पूर्व में इस तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। अब सड़क पर वाहन खड़े नहीं होंगे तो इस तरह के हादसों को रोका जा सकेगा।


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व्हीकल जुर्माना
फोर व्हीलर एक हजार रुपए
ई-रिक्शा, ऑटो, अदर्स थ्री व्हीकल 500 रुपए
टू-व्हीलर व्हीकल 300 रुपए

फैक्ट फिगर
1.88 लाख कार
12.53 लाख टू-व्हीलर
12800 ई-रिक्शा
44 हजार थ्री व्हीलर



शहर में सड़क पर या नो पार्किंग जोन में खड़े होने वाले वाहनों के खिलाफ अभियान शुरू किया गया है। जिससे लोगों को जाम से निजात मिलने के साथ ट्रैफिक सुचारू रूप से संचालित हो सके।
अंकित खंडेलवाल, नगरायुक्त, नगर निगम

शहर में मार्गों के किनारे एवं ट्रैफिक में बाधित वाहनों को टो किए जाने के लिए प्राइवेट फर्म को जिम्मेदारी दी गई है। कंपनी की ओर से कार्य शुरू कर दिया गया है।
डॉ। अजय कुमार, प्रवर्तन प्रभारी व पशु कल्याण अधिकारी, नगर निगम