कोई भी कर सकेगा एक्सेस
अभी तक एडीए की प्रॉपर्टीज का ब्योरा ऑनलाइन उपलब्ध नहीं हैं। इससे तमाम ऐसी प्रॉपर्टी हैं, जिनकी बिक्री नहीं हुई है। इसके लिए एडीए द्वारा प्रापर्टी मैनेजमेंट सिस्टम (पीएमएस) तैयार कराया गया है। इस सॉफ्टवेयर में एडीए की ताजनगरी फेज-1 व फेज-2, जवाहरपुरम, काङ्क्षलदी, विहार, केदार नगर, शास्त्रीपुरम समेत विभिन्न योजनाओं की 20 हजार से अधिक प्रॉपर्टीज का ऑनलाइन ब्योरा दर्ज किया गया है। इसके साथ ही एडीए की प्रॉपर्टी पर किए गए निर्माण और एडीए से स्वीकृति नक्शा भी सॉफ्टवेयर में अपलोड किए जाएंगे। इसे कोई भी देख सकेगा। साथ ही एडीए को नक्शा के विपरीत निर्माण कार्य करने पर कार्रवाई करने में समस्या नहीं आएगी। एडीए उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ के अनुसार बुधवार को सॉफ्टवेयर लॉन्च किया जाएगा।


संपत्तियों का नहीं होगा फर्जीवाड़ा
एडीए की प्रॉपर्टीज का ऑनलाइन रिकॉर्ड तैयार होने के बाद संपत्तियों का फर्जीवाड़ा भी नहीं हो सकेगा। एडीए से कई संपत्तियों की फाइल गायब होने का मामला सामने आ चुका है। कई बार आवंटियों के साथ भी फर्जीवाड़े के केस हो चुके हैं। ऐसे में प्रॉपर्टी की डिटेल ऑनलाइन होने से इस तरह के मामलों पर अंकुश लग सकेगा.

इन योजनाओं का डाटा किया अपलोड
- ताजनगरी फेज-1
- ताजनगरी फेज-2
- जवाहरपुरम
- काङ्क्षलदी, विहार
- केदार नगर
- शास्त्रीपुरम

- 20 हजार से अधिक प्रॉपर्टीज का डाटा का किया अपलोड
- 6 योजनाओं की प्रॉपर्टीज को किया गया शामिल


ये होगा लाभ
- एडीए की विभिन्न योजनाओं में प्रॉपर्टीज को लेकर ट्रांसपेरेंसी आएगी। कहां किस योजना में कितनी प्रॉपर्टीज बिक्री के लिए अवेलेबल हैं, ये पता लग सकेगा.
- लोगों को एडीए ऑफिस के चक्कर नहीं लगाने होंगे.
- आसानी से जानकारी होने पर एडीए प्रॉपर्टीज की ओर लोग आकर्षित होंगे.
- आवंटी अपनी प्रॉपर्टी का स्टेटस भी जांच सकेंगे। देख सकेंगे कितनी राशि जमा कर दी गई है। कितना बकाया है



प्रॉपर्टी मैनेजमेंट सिस्टम सॉफ्टवेयर तैयार कराया गया है। इसमें 20 हजार से अधिक विभिन्न योजनाओं की प्रॉपर्टीज का डाटा और लेआउट अपलोड किए गए हैं।
चर्चित गौड़, उपाध्यक्ष, आगरा विकास प्राधिकरण