फ्लाईओवर से निकल सकें वाहन
नेशनल हाईवे-19, वाटर वक्र्स स्थित सर्विस रोड से गुजरने वाले वाहन अक्सर जाम का कारण बनते हैं। इस समस्या का स्थाई हल निकालने के लिए कमिश्नर रितु माहेश्वरी ने ट्रैफिक और रोडवेज के अधिकारियों के साथ बैठक की थी। जिसमें सर्विस रोड से गुजरने वाले वाहनों को रोकने के लिए बैरियर लगाया गया, जिससे वाहन फ्लाईओवर से होकर निकलें। सर्विस रोड पर सवारियों को लेकर लगने वाले जाम से आमजन को छुटकारा मिल सके।

रिहायशी इलाके से गुजर रही बसें
कमिश्नर के आदेश को अनदेखी कर रोडवेज बस चालक, भारी वाहन चालक लंगड़े की चौकी से होकर कमला नगर, शांतिनगर, जी ब्लॉक में होकर निकल रहे हैं। ऐसे में कॉलोनियों में रहने वाले लोगों में इस लापरवाही को लेकर खासा आक्रोश है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए जिला प्रशासन को इस संबंध में आगाह किया है। बसें रिहायशी इलाके से होकर गुजर रही हैं, जो कॉलोनियों में रहने वाले लोगों की जान का खतरा बन सकती है।

पार्किंग को लेकर हो चुका है विवाद
वाटर्र वक्र्स पर सवारियां वाहनों बैठाने को लेकर अक्सर वाहन चालकों के बीच मारामारी रहती है। अवैध रूप से खड़े होने वाले वाहनों से वसूली की शिकायत भी सामने आ चुकी है। यही कारण है कि यहां खड़े होने वाले वाहन चालकों के हौंसले बुलंद हैं। वो रोक लगाने के बाद भी फ्लाईओवर से वाहनों को निकालने वजह सर्विस रोड से होकर निकालते हैं। इधर दूसरी ओर जलसंस्थान की बाउंड्री से सटी अवैध पार्किंग भी विवादों मेें रही है। कई बार एक्शन लेने के बाद भी फिर से अवैध रूप से यहां वाहनों को खड़ा किया जाता है।


एसएसपी ने रोडवेज कर्मियों को भेजा था जेल
वाटर वक्र्स पर अवैध तरीके से खड़ी होने वाली बसें यहां से सवारियों को लेकर गुजरती है। इससे जाम के हालात बन जाते हैं। तत्कालीन एसएसपी अमित पाठक ने अवैध रूप से खड़ी होने वाली बसों को रोकने के लिए 6 से अधिक रोडवेज बस चालक और परिचालक को जेल भेजा था। इसके विरोध में प्रदर्शन भी किया गया था, लेकिन कानून व्यवस्था के आगे रोडवेज के अधिकारियों को पीछे हटना पड़ा था। लेकिन उनके ट्रांसफर होने के बाद एक बार फिर से अवैध पार्किंग और सवारियों को भरने के अडडा बदस्तूर जारी है।

स्थानीय लोगों मेें आक्रोश
रिहायशी इलाकों से बस गुजरने को लेकर स्थानीय लोगों में खासा आक्रोश है। शाशिकांत उपाध्याय ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए पुलिस प्रशासन को अपडेट किया गया है। इस दौरान समाज सेवी राजीव वर्मा, फखरुद्दीन, लकी, राकेश कुमार, मुरारी लाल, मनोज जैन ने अवैध रूप से कॉलोनी में वाहनों के आवागमन को लेकर आक्रोश व्यक्त किया है।

ये है कमिश्नर के आदेश
कमिश्नर रितु माहेेश्वरी ने रोडवेज और ट्रैफिक पुलिस के अधिकारी के साथ व्यवस्था को बेहतर करने के लिए बैठक की थी। जिसमें भारी वाहनों को फ्लाईओवर से होकर निकालने के निर्देश जारी किए थे। आदेश का पालन करने के लिए लंगड़े की चौकी के बाद सर्विस रोड पर बैरियर लगाया गया है।


पूरे दिन में सैकड़ों बसें तेज आवाज के साथ घर के सामने से होकर गुजरती हैं। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सुबह और शाम को अक्सर लोग टहलने निकलते हैं।
राजीव वर्मा, बल्केश्वर

कमला नगर शहर का पॉश इलाका है। जी ब्लॉक से रोजाना सैकड़ों बसें आईटीआई बल्केश्वर, अग्रवाल नर्सिंग होम से होकर वाटर वक्र्स पहुंचती हैं।
मुरारी लाल गोयल, पार्षद


सबह और शाम को लोग टहलने निकलते हैं। इससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इस संबंध में जिलाधिकारी को सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी है।
निधि श्रीवास्तव, स्थानीय निवासी


नेशनल हाइवे से गुजरने वाले वाहन कॉलोनियों से निकल रहे हैं, ये सिस्टम की लापरवाही है। अधिकारियों को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए।
डॉ। अमित अग्रवाल, आगरा कॉलेज आगरा



बसें जो पॉश कालोनी से गुजर रही हैं, वो हमारे यहां कि नहीं है। लेकिन इसके बाद भी कल से टीम को वहां लगाया जाएगा। वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
आरके चौधरी, एआरएम रोडवेज फोर्ट डिपो

आगरा कमिश्नरेट में डिपो
-बाह डिपो
-आगरा फोर्ट डिपो
-फाउंड्रीनगर डिपो
-ईदगाह डिपो


आगरा में रोडवेज बसों की संख्या
500 से अधिक
-रोजाना बसों में रोजाना आवागमन
25000
-चालक और परिचालक की संख्या
1500 से अधिक
-रोडवेज बसों की वर्कशॉप