एकेटीयू की काउंसलिंग से भरी जाती हैं सीटें
अंबेडकर यूनिवर्सिटी के खंदारी परिसर स्थित आईईटी की तस्वीर बदल गई है। छात्रों को अच्छी शिक्षा देने के लिए संस्थान हाईटेक हुआ है। इस बदलाव का असर भी दिखाई दे रहा है। नए सत्र में संस्थान में इंजीनियङ्क्षरग की 300 सीटें हैं। एकेटीयू की काउंसिलिंग के जरिए यहां सीटें भरी जाती है। ऐसे में सभी सीटें भरने की उम्मीद है। संस्थान के निदेशक डॉ। मनु प्रताप सिंह ने बताया कि स्टूडेंट्स को अच्छी शिक्षा देने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संस्थान को हाईटेक किया गया है। उनके यहां उच्चस्तरीय क्लास रूम, कंप्यूटर लैब और हाईटेक लैब हैं। अनुभवी और तकनीकी रूप से दक्ष शिक्षक हैं। यही कारण है कि इस बार उनके यहां सभी सीटें भर गई हैं।

आईईटी स्टूडेंट्स का बढ़ रहा अब रुझान
अंबेडकर विवि के खंदारी कैंपस में 1998 में आइईटी की शुरुआत हुई थी। शुरुआत में यहां एडमिशन के लिए मारामारी रहती थी। मगर, कुछ साल बाद छात्रों ने यहां से दूरी बना ली। विवि की ओर से भी इस पर ध्यान नहीं दिया गया। मगर, पिछले तीन साल में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने संस्थान को बेहतर बनाने के लिए काम किया है, इससे संस्थान में स्टूडेंट्स का रुझान बढ़ा है।


यह ब्रांच हैं संचालित

-इंजीनियङ्क्षरग में कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियङ्क्षरग
120
- इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियङ्क्षरग
60
- मैकेनिकल इंजीनियङ्क्षरग
60
- इलेक्ट्रीकल इंजीनियङ्क्षरग
60
- सिविल इंजीनियङ्क्षरग
60

- पीजीडीसीए
60
- एमसीए
60


एसएससी इन कंप्यूटर साइंस स्मार्ट क्लास, लैब
संस्थान में इस साल पांच स्मार्ट क्लास बनाई गई हैं। एक क्लास तैयार करने का खर्च करीब साढ़े सात लाख है। इसके अलावा तीन सेमी स्मार्ट क्लास हैं। तीन कंप्यूटर लैब बनाई गई हैं। इन क्लास में बैठकर छात्रों को अलग ही अनुभव होगा। इसके साथ ही हॉस्टल की व्यवस्था भी है।

हाईटेक प्रैक्टिकल लैब
संस्थान में छात्रों को पढ़ाई के साथ प्रैक्टिकल नॉलेज देने के लिए हाईटेक लैब भी बनाई गई है। मैकेनिकल ब्राच के छात्रों के लिए मैकेनिकल डिजायन एंड ड्राइंग लैब, रेफ्रि जरेशन एंड एयरकंडीशन लैब, आइसी इंजन लैब सहित नौ लैब हैं। इसी तरह इलेक्ट्रोनिक्स एंड कम्युनिकेशन में डिजीटल कम्युनिकेशन लैब, वायरलैस एवं मोबाइल कम्युनिकशेन लैब, माइक्रोप्रोसेसर लैब सहित कुल 10 लैब हैं।

वाईफाई से लैस कैंपस
संस्थान में वर्तमान में 40 से अधिक टीचर्स हैं। इसके अलावा टेक्निकल स्टॉफ में 18 लोग हैं। शिक्षकों के लिए समय समय पर अपग्रेडशन प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं, जिससे छात्रों को अच्छी शिक्षा प्रदान की जा सके। पूरा कैंपस वाईफाई की सुविधा से लैस है। स्टूडेंट्स की हर समस्या का समाधान किया जाता है।



रोजगारपरक कोर्स पर स्टूडेट्स का फोकस
डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी के खंदारी परिसर में संचालित बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (बीबीए) और बैचलर इन कंप्यूटर एप्लीकेशन (बीसीए) पाठ्यक्रमों की सीटों पर कई गुना अधिक आवेदन आते है। बीबीए में 60 और बीसीए में 120 सीटें हैं। रोजगारपरक पाठ्यक्रम होने से छात्र-छात्राओं का रुझान इन दोनों पाठ्यक्रमों में अधिक रहता है। प्रतिवर्ष सीटें भर जाती हैं।


बीबीए के लिए सीट से अधिक आवेदन
बीबीए सेठ पद्मचंद जैन प्रबंध संस्थान में संचालित है। पहले पाठ्यक्रम में 60 सीटें थीं। एक सेक्शन और बढ़ा दिया गया है। सत्र 2024-25 में 120 सीटों पर प्रवेश लिया जाएगा। पाठ्यक्रम की फीस समान्य है। संस्थान के निदेशक प्रो। ब्रजेश रावत ने बताया एडमीशन प्रोसेस के लिए वेब रजिस्ट्रेशन कराए जा रहे हैं। इसके बाद प्रवेश प्रोसेस पूरा किया जाएगा। संस्थान में हर साल एडमीशन के लिए सीटों से अधिक आवेदन आते हैं।

बेसिक साइंस में कंप्यूटर कोर्स
इंस्टीट्यूट ऑफ बेसिक साइंस के कंप्यूटर केंद्र में संचालित बीसीए की तीन गुना सीटें बढ़ाई गई हैं।
सिलेबस में 60 सीटें थीं, इन्हें बढ़ाकर 180 कर दिया गया है। विश्वविद्यालय कंप्यूटर केंद्र के कंप्यूटर हेड प्रो। अनिल गुप्ता ने बताया कि दो सेक्शन बीसीए कोर्स हैं। सिलेबस में प्रतिवर्ष सीट के अनुपात में अधिक आवेदन प्राप्त होते हैं। छात्र-छात्राओं की पाठ्यक्रम के प्रति रुचि है। फीस भी समान्य है।


इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में सीट
कम्प्यूटर सांइस इंजीनियर
120
मैकेनिकल साइंस
60
सिविल इंजीनियारिंग

60
इलेक्ट्रोनिक्स और कम्यूनिकेशन इंजीनियारिंग
60

सेठ पद्मचंद जैन प्रबंध संस्थान
बीबीए में सीट, 60
बीसीए में 120 सीटें

इंस्टीट्यूट ऑफ बेसिक साइंस के कंप्यूटर केंद्र
180

होम साइंस इंस्टिटयूट खंदारी
बीएससी होम साइंस, 60
एमएससी होम साइंस, 39
एमए होम साइंस, 50
पीजी डिप्लोमा 25

दाऊदयाल इंस्टिटयूट ऑफ वोकेशनल एजुकेशन
बीएससी वोकेशनल, 120
बीकॉम वोकेशनल, 60
बीकॉम, एनईपी, 60
एमकॉम, वोकेशनल 30
एमएससी, वोकेशनल, 30

डिपार्टमेंट ऑफ बायोकैमिस्ट्री, स्कूल ऑफ लाइफ साइंस
-एमएससी बायोकैमिस्ट्री
60
-बीएससी, विद, एफसीबीबी इंवायरलमेंट साइंस
60


वर्जन
स्टूडेंट्स को अच्छी शिक्षा देने के लिए संस्थान को हाईटेक किया गया है। उनके यहां उच्चस्तरीय क्लास रूम, कंप्यूटर लैब और हाईटेक लैब हैं। अनुभवी और तकनीकी रूप से दक्ष शिक्षक हैं। यही कारण है कि पिछली साल संस्थान में सभी सीटें भर गई हैं। क्वालिटी एजुकेशन पर भी फोकस किया जाता है।
प्रो। मनू प्रताप सिंह, डायरेक्टर आईईटी खंदारी