26 अप्रैल की रात हुई थी चोरी
शाहगंज के आनंदपुरम निवासी सोभराज का शिवाजी मार्केट में रेडीमेड कपड़ों का शोरूम है, इसमें 26 अप्रैल की रात चोरी हुई थी। शटर को चोर सब्बल से उठाकर वहां रखी नकदी ले गए थे। सोभराज, पुलिस को चोरी गई कुल रकम के बारे में जानकारी नहीं दे सके थे। डीसीपी सिटी ने सूरज कुमार राय ने बुधवार को प्रेसवार्ता में बताया, रकम लेकर जाते चोरों के सीसीटीवी फुटेज मिले थे। पर्दाफाश के लिए एसओजी प्रभारी हरीश शर्मा, मोहित और सर्विलांस टीम के अंकुर मलिक को लगाया था। बिजलीघर से बालूगंज तक 125 सीसीटीवी खंगाले गए। टीम ने आरोपियों बालूगंज के विशाल व अनुराग, औलिया रोड के शेखर व विशाल ङ्क्षसह, और दयालबाग के बादल व आशीष को बिजलीघर चौराहे के पास से गिरफ्तार कर लिया। डीसीपी सिटी ने बताया आरोपियों से 57 लाख रुपए बरामद किए गए हैं। पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि चोरी की गई रकम में से उन्होंने 10 लाख रुपए का सोना खरीदा था। उसे भी बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है।

कुछ महीने पहले ही जेल से छूटा था गैंगस्टर
बालूगंज निवासी विशाल गैंगस्टर में जेल जा चुका है। वह कुछ महीने पहले ही छूटकर आया था। विशाल ने बताया कारोबारी के नौकर बादल ने एक महीने पहले उसे वीडियो काल करके शोरूम में रखीं नोटों की गड्डियां दिखाई थीं। कहा था कि यहां 18 से 20 लाख रुपए रहते हैं। इसके बाद विशाल ने बादल व अन्य के साथ मिलकर योजना बनानी शुरू कर दी। वे 26 अप्रैल की रात को दुकान में घुसे तो वहां धनराशि देख होश उड़ गए। रकम ले जाने को लाया थैला और जेबें छोटी पड़ गई थीं। उन्होंने गठरी में रुपए बांधे, इसके बावजूद पूरी नकदी नहीं समेट सके।

दोस्तों में बांटी रकम
आरोपियों ने बताया कि इतनी अधिक नकदी उन्होंने कभी नहीं देखी थी। रकम चोरी करने के बाद उन्हें पकड़े जाने का डर सताने लगा था। इसलिए रकम ठिकाने लगाने में जुट गए, 10 लाख रुपए का सोना खरीदा। पांच-पांच लाख रुपए अपने कई दोस्तों को दिए। लाखों रुपए परिचितों को उधार बांट दिए। उनसे कुछ महीने बाद रकम वापस लेने को कहा था। पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद उन लोगों की सूची बनाई, जिन्हें रकम दी गई थी। उनसे रकम बरामद कर ली है।

आचार संहिता के कारण रखी थी नकदी
शिवाजी मार्केट के व्यापाारियों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लगी हुई है। स्टेटिक टीमों द्वारा जगह-जगह चेङ्क्षकग की जा रही है। ऐसे में कारोबारी नकदी साथ लेकर नहीं चल रहे हैं। तगादा करने वाले भी नहीं आ रहे हैं। सहालग में ग्राहक नकद खरीदारी कर रहे हैं, इसके चलते दुकानों में नकदी की मात्रा बढ़ गई है।