आगरा। पुलिस भर्ती परीक्षा में पास अभ्यर्थियों को वर्दी पहनने के बाद भी सॉल्वर गैंग के सरगना को किस्त में रकम चुकानी थी। पुलिस ने तीन अभ्यर्थियों समेत सॉल्वर गैंग के छह आरोपितों को गुरुवार जेल भेज दिया।

पुलिस लाइन में गुरुवार को प्रेसवार्ता में एसएसपी ने बताया सॉल्वर गैंग के सरगना रजनेश यादव के चालक एवं नजदीकी रंजीत सिंह को गिरफ्तार किया है। फीरोजाबाद के थाना मक्खनपुर के गांव जाफराबाद निवासी रंजीत गैंग का प्रमुख सदस्य है। गिरफ्तार आरोपितों मे अंकित, आशीष और राजकुमार अभ्यर्थी हैं।

अभ्यर्थियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि सरगना रजनेश ने उन्हें पुलिस में भर्ती कराने का आश्वासन दिया था। प्रत्येक अभ्यर्थी से इसके लिए पांच लाख रुपये में सौदा किया था। रकम तीन हिस्सों में देनी थी। दो लाख रुपये लिखित परीक्षा से पहले, एक लाख रुपये ज्वाइनिंग से पहले देने थे। बाकी के दो लाख रुपये वर्दी पहनने के बाद 20 हजार रुपये महीने किस्त के रूप में देने थे। पूरी रकम देने के बाद सरगना रजनेश भर्ती से संबंधित उनके फर्जी दस्तावेज नष्ट करता।

रजनेश के चालक रंजीत ने पुलिस को बताया कि वह डेढ़ साल से उसकी स्कार्पियो गाड़ी चला रहा है। रजनेश ग्रामीण युवकों को ही अपने जाल में फांसता था। उसके शिकार अधिकांश लोग आगरा जोन के हैं। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि फर्जी अभ्यर्थियों समेत सॉल्वर गैंग में कुल 40 सदस्य हैं। इनमें अब तक 30 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

कानपुर और दिल्ली की कोचिंग से लेता था सॉल्वर

सरगना के करीबी रंजीत ने पुलिस को बताया कि वह पुलिस भर्ती परीक्षा के सॉल्वर दिल्ली और कानपुर की कोचिंग से खोजे जाते थे। इन सॉल्वर को एक से दो लाख रुपये दिए जाते थे। स्थानीय कोचिंग से सॉल्वर लेने पर उनके द्वारा भविष्य में ब्लैकमेल या पकड़े जाने का डर रहता। इसलिए रजनेश ऐसे यहां की कोचिंग से सॉल्वर नहीं लेता था।

जेल भेजे गए आरोपित

अंकित यादव निवासी बरौली अहीर ताजगंज, आशीष निवासी गांव दबहरा थाना फरिहा फीरोजाबाद, राहुल यादव निवासी जारौली खुर्द टूंडला, नितिन निवासी गांव राया थाना जसराना फीरोजाबाद, आशीष और रंजीत निवासी जाफराबाद थाना मक्खनपुर फीरोजाबाद हैं। इन सभी को गुरुवार जेल भेजा गया।