आगरा (ब्यूरो)आगरा में टूरिस्ट सीजन अक्टूबर से मार्च तक रहता है। अप्रैल से सितंबर तक गर्मी और उमस के चलते ताजमहल समेत अन्य मॉन्यूमेंट्स पर टूरिस्ट की संख्या कम रहती है। 2019-20 का टूरिस्ट सीजन कई वजहों से प्रभावित रहा। जिसमें दिसंबर और जनवरी में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध, राममंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला समेत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आगमन ने ताजमहल पर टूरिस्ट की संख्या को प्रभावित किया है।

कोरोना वायरस की चपेट में सीजन चौपट

सीजन के आखिरी माह फरवरी-मार्च में कोरोना वायरस की चपेट पर आकर सीजन चौपट हो गया, वहीं टूरिज्म इंडस्ट्री धड़ाम है। बता दें कि 2019-20 में 1.64 लाख टूरिस्ट गत वर्ष की अपेक्षा कम आए हैं। 15 मार्च से विदेशी टूरिस्ट होने और स्मारकों पर तालाबंदी से अब टूरिज्म इंडस्ट्री 'वेंटीलेटर' पर आ गई है।

टूरिस्ट सीजन की स्थिति

देशी टूरिस्ट

माह2018-192019-20
अक्टूबर608422503893
नवंबर561442412470
दिसंबर580066393096
जनवरी465176323670
फरवरी384153341127
मार्च492380176290
कुल30916392150546

विदेशी पर्यटक

माह2018-192019-20
अक्टूबर9121991348
नवंबर9810197181
दिसंबर9738385973
जनवरी9571883608
फरवरी11174788133
मार्च10837333375
कुल602545479618

आई गिरावट

देशी टूरिस्ट - 9,41,093

विदेशी टूरिस्ट - 1,22,927

कुल - 10,64,220

नोट : आंकड़े अक्टूबर से मार्च 2020 तक ताजमहल पर हुई टिकट बिक्री के आधार पर हैं।

ताजमहल समेत शहर के अन्य मॉन्यूमेंट्स पर टूरिस्ट की संख्या में कमी आई है। टूरिस्ट सीजन के दौरान मॉन्यूमेंट्स पर तालाबंदी से पर्यटकों का आवागमन बंद हो गया है।

- डॉ। वसंत कुमार स्वर्णकार, अधीक्षण पुरातत्वविद्, आगरा सर्कल

दिसंबर और जनवरी में नागरिकता संशोधन कानून का विरोध, राममंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला समेत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आगमन ने ताजमहल पर टूरिस्ट की संख्या को प्रभावित किया है। सीजन के आखिरी माह फरवरी-मार्च में कोरोनावायरस की चपेट पर आकर सीजन चौपट हो गया।

- राकेश चौहान, प्रेसीडेंट, होटल एंड रेस्टारेंट एसोसिएशन, आगरा