आगरा। सिकंदरा चौराहे के पास बुधवार को आरटीओ विभाग के अफसर की हेकड़ी ने बच्चों को बेहाल कर दिया। अफसर की गाड़ी किसी दूसरी कार से टकरा गई थी। अफसर ने पुलिस को सूचना दे दी। सिकंदरा थाने के सामने मुस्तैद पुलिस ने कार चालक को रोक लिया। अफसर भी यहां पहुंच गए। बाद में अफसर बिना शिकायती पत्र दिए चले गए। इधर, पुलिस ने कार ड्राइवर को भी छोड़ दिया।

कार सवार ने की अभद्रता

मथुरा निवासी एक परिवार कार से आ रहा था। कार में महिला और बच्चे भी थे। कार चालक की मानें तो फरह टोल प्लाजा के पास आरटीओ अफसर ने उनकी गाड़ी को टक्कर मार दी थी। इसको लेकर कहासुनी हो गई थी। वहीं, पत्नी के साथ आगरा की ओर कार से आ रहे अफसर का कहना था कि उनसे कार चालक ने अभद्रता की थी। उन्होंने पुलिस में शिकायत कर दी। गाड़ी का नंबर दे दिया। सिकंदरा थाने के सामने पहले से ही मुस्तैद पुलिसकर्मी नंबर से गाड़ी पर नजर जमाए हुए थे। जैसे ही कार पहुंची, पुलिसकर्मियों ने उसे घेर लिया। अचानक पुलिस के एक्शन से कार में बैठे महिला और बच्चे घबरा गए। पुलिस कार को थाने ले गई। बच्चे रोने लगे। धूप में बेचारे बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल था। पर अफसर अपनी हेकड़ी दिखाने में कायम थे। बाद में अफसर पुलिस को बिना शिकायती पत्र दिए चले गए। पुलिस ने भी कार को जाने दिया।