-सुबह होते ही दुकानों पर लग जाती है शराब के लिए लोगों की लाइनें

-पिछले तीन वर्ष में सैकड़ों लोगों की हो चुकी है मौत

आगरा। हाल ही में प्रदेश में जहरीली शराब से मौतों के कई मामले सामने आ चुके हैं। शासन से पूरे प्रदेश में जहरीली शराब विक्रेताओं पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हुए हैं। पुलिस और आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब और विक्रेताओं पर इस समय एक्शन भी लिया जा रहा है। लेकिन, ताजनगरी में मोटे मुनाफे के लालच में टिंचर और जिंजर का अवैध कारोबार चोरी छुपे फलफूल रहा है। नशे के सौदागर पुलिस कार्रवाई में पकड़े तो जाते हैं, लेकिन कुछ दिनों के बाद फिर से उनका काम शुरू हो जाता है। सुबह होते ही आसपास की मलिन बस्तियों में देशी शराब का सेवन करने वालों की लाइन टिंचर और जिंजर को खरीदने के लिए लग जाती है। पिछले तीन साल में इस शराब के कारण सैकड़ों लोगों की मौत भी हो चुकी है, लेकिन पुलिस और संबंधित विभाग द्वारा नशे के सौदागरों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है। इससे सौदागरों के हौंसले बुलंद हो चुके हैं। सोमवार को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने एक दुकान से टिंचर की अवैध बिक्री का स्टिंग भी किया, जहां बिना लाइसेंस से टिंचर की बिक्री चोरी छुपे की जा रही थी।

केमिस्ट की दुकान पर मिल रहा नशा

थाना एमएम गेट क्षेत्र के मोती कटरा तिराहे पर केमिस्ट की दुकान से टिंचर का अवैध कारोबार चल रहा है। इस दुकान पर कुछ भी नहीं लिखा हुआ है। नाम नहीं छापने की शर्त पर क्षेत्रीय व्यक्ति ने बताया कि सुबह होते ही रिक्शे और ऑटो वाले यहां टिंचर खरीदने आते हैं। पुलिस भी आसपास से गुजर जाती है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जाती है। तीन दिन पहले यहां आपस में मारपीट हुई थी, झगड़े की सूचना पर पुलिस भी मौंक पर गई, लेकिन मामले को रफा-दफा कर दिया गया। क्षेत्र के स्थानीय लोगों द्वारा इसकी शिकायत कई बार पुलिस से की गई है, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नहीं है। इससे स्थानीय लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है। सोमवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के रिपोर्टर ने इस दुकान पर स्टिंग किया

रिपोर्टर दुकानदार से- मुझे दो पेटी टिंचर की चाहिए।

दुकानदार: कहां से आए हो?

रिपोर्टर: पहचाना नहीं, पहले भी तो ले गया था। मिल जाएगी?

दुकानदार: थोड़ी देर में आना होगा आपको।

रिपोर्टर: कितनी देर में

दुकानदार: एक घंटे में

दुकानदार: यहां पर बिक्री नहीं होती है, एक घंटे बाद बाहर से लाउंगा। दुकान पर माल कम है, गोदाम से लेकर आउंगा। ठीक है।

रिपोर्टर: कितने रुपये की है टिंचर की शीशी

दुकानदार: आपको 14 रुपये नग के हिसाब से मिलेगी पेटी।

रिपोर्टर: ठीक है, एटीएम से रुपये निकालकर आता हूं।

शॉपकीपर: कुछ एडवांस करा देते।

रिपोर्टर: एडवांस की जरूरत नहीं है, पूरा पैसा दे दूंगा मैं।

नशे के सेवन से हो चुकी हैं कई मौतें

पिछले तीन वर्ष में टिंचर और जिंजर के कारोबार से शहर में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है। खेरागढ़ में वर्ष 2018 में सात लोगों की मौत के बाद परचून की दुकान को बंद करा दिया गया था। ताजगंज थाना के बसई में टिंचर से वर्ष 2019 में दिवाली से पहले दो लोगों की मौत हो गई थी। इसी तरह बरहन, एत्मादपुर और यमुनापार के एत्माद्दौला के नाऊ की सराए, टेढ़ी बगिया की मलिन बस्तियों में सैकड़ों लोगों की मौत इस शराब के पीने से हो चुकी है। पटेल नगर की बस्ती और पंचकुइयां में पिछले तीन वर्ष में 22 लोगों की नशे के चलते मौत हो चुकी है।

मोती कटरा में अवैध नशे की शीशी की बिक्री होने का मामला संज्ञान में आया है। इसकी जांच की जा रही है। अगर कोई दोषी पाया जाता है तो एक्शन लिया जाएगा। इसके साथ संबंधित विभाग से भी इसकी डिटेल मांगी जाएगी।

दीक्षा सिंह, सीओ कोतवाली