- महिला कोच में पांच लुटेरों से अकेली जूझती रहीं अनीता, गंभीर घायल

आगरा: चलती ट्रेन में पांच लुटेरों से जूझने वाली अनीता जिला अस्पताल में भर्ती हैं। उनके सिर में सात घाव हैं। मगर, हालत खतरे से बाहर है। घटना के बाद भी उनके चेहरे पर किसी भी तरह की दहशत नहीं दिख रही है। हां लुटेरों को पकड़ने का सुकून उनके चेहरे पर दिख रहा है। उन्होंने जागरण संवाददाता को चलती ट्रेन में लूटपाट की पूरी घटना की जानकारी दी।

छेड़छाड़ और लूटपाट की

अनीता ने बताया कि वे रोजाना की तरह मथुरा से ट्रेन में बैठी थीं। महिला कोच में उनके अलावा कोई और सवारी नहीं थी। भैंसा गांव पर ट्रेन रुकी तो वहां से तीन लोग महिला कोच में सवार हो गए। इसके बाद परखम से भी दो लोग सवार हो गए। वे उनके इरादे नहीं समझ पाईं। परखम से जैसे ही ट्रेन निकली तो एक लुटेरे ने उनसे टाइम पूछा। टाइम देखने के लिए जैसे ही उन्होंने मोबाइल निकाला, तब तक एक लुटेरे ने उन पर झपट्टा मारा। एक लुटेरे ने उनके हाथ पकड़ लिए। दूसरे ने गले से चेन तोड़ ली। एक लुटेरा हाथ से पर्स छीनने की कोशिश कर रहा था। मगर, अनीता ने उसे नहीं छोड़ा।

सिर पर किए प्रहार

ऐसे में लुटेरे ने उनके सिर पर पत्थर के टुकड़े से प्रहार किए। इसके बाद भी उन्होंने पर्स नहीं छोड़ा तो लुटेरे ने उनके दुपट्टे को गले में डालकर गला घोंटने की कोशिश की। इसी बीच पर्स उनके हाथ से छूट गया। इसके बाद भी अनीता ने हिम्मत नहीं हारी। वे उन लुटेरों से जूझती रहीं। साधन खेड़ा गांव पर ट्रेन रुकते ही लुटेरे उतरकर भागने लगे। अनीता ने एक लुटेरे को मजबूती से पकड़ लिया और वे ट्रेन से नीचे आ गईं। चीख पुकार मचा रहीं थीं, लेकिन थोड़ी देर तक कोई आगे नहीं बढ़ा। भीड़ में से कुछ लोग आगे बढ़े और लुटेरे को दबोच लिया।