आगरा(ब्यूरो)। मामला फतेहपुर सीकरी बस स्टैंड पर स्थित जिला सहकारी बैंक की शाखा का है, जहां लक्ष्मण (27) पुत्र कल्याण सिंह बैंक में प्राइवेट कर्मचारी के रूप में कार्यरत था। लक्ष्मण नगला लोधा कोरई थाना फतेहपुर सीकरी क्षेत्र का रहने वाला था। दो साल पहलेे फतेहपुर सीकरी मोहल्ला कान्दउबार में लक्ष्मण की शादी हुई थी। लक्ष्मण के पिता कल्याण सिंह बैंक परिसर में बने संघ कार्यालय पर चौकीदार थे। कल्याण सिंह ने बताया कि रोजाना की तरह लक्ष्मण घर से सुबह बैंक आया था। वह अपने पिता का खाना लेकर आता था। पिता जब अपना खाना लेने के लिए लक्ष्मण के पास आए तो उन्होंने देखा कि बैंक के बाहर लक्ष्मण की गाड़ी खड़ी है लेकिन लक्ष्मण कहीं दिखाई नहीं दिया। वहीं मौजूद सफाई कर्मी गोपाल और लक्ष्मण के पिता कल्याण सिंह ने बैंक की साइड से खिड़की खोलकर देखा तो अंदर लक्ष्मण फंदे पर लटका हुआ था। जबकि बैंक का ताला अंदर से लग रहा था।

घटना सुबह नौ बजे से 10 बजे तक की बताई जा रही है

लक्ष्मण के पिता ने बताया कि प्रतिदिन सुबह लक्ष्मण बैंक खोलने के लिए आता है। अज्ञात कारण के चलते लक्ष्मण ने स्वयं अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है, घटना लगभग सुबह 9 से 10 बजे के बीच की बताई गई है, घटना की खबर मिलते ही मौके पर कोतवाल धर्मेंद्र सिंह दहिया कस्बा प्रभारी नफीस अहमद पुलिस बल के साथ पहुंच गए। सूचना मिलते ही कई दर्जन लोग भी घटनास्थल पर पहुंच गए जबकि 11:30 तक बैंक मैनेजर देवेश रावत नदारद रहे। बैंक कैशियर की मौजूदगी में बैंक की शटर का ताला तोड़कर लक्ष्मण को फंदे से उतारकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहपुर सीकरी ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

बैंक में जमा कराए थे ढाई लाख रुपए
लक्ष्मण के पिता ने बताया कि सोमवार को लक्ष्मण ने अपने साले से 2 लाख 50 हजार रुपए लेकर बैंक में जमा कराए थे। बैंक मैनेजर देवेश रावत देर शाम 6:00 बजे तक कर्मचारियों के साथ जिला सहकारी बैंक फतेहपुर सीकरी में काउंटिंग में लगे रहे। उन्होंने बताया कि कैश सही है लेकिन लक्ष्मण ने किन परिस्थितियों में आत्महत्या की। यह जांच का विषय है लेकिन हैरानी की बात है कि प्राइवेट कार्यरत कर्मचारियों को बैंक कैशियर की चाबी देना व बैंक की चाबी देना संदिग्ध प्रतीत होता है। हत्या व आत्महत्या का यह जांच का विषय रहेगा।