लैक फंगस के मरीज तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज में 20 मरीजों का उपचार चल रहा है। इनमें से चार की सर्जरी होने के बाद उनमें लैक फंगस की पुष्टि हुई है। दो अन्य की कल सर्जरी की जाएगी। सभी मरीजों में अनकंट्रोल्ड डायबिटीज मिली है। डॉक्टर्स का मानना है कि यदि मरीज अपनी शुगर को कंट्रोल रखेंगे तो लैक फंगस से बचा जा सकता है।

वातावरण में फंगस

सरोजनी नायडू मेडिकल कॉलेज के नाक, कान और गला विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ। अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि जब हम अपने लेदर ़के जूतों को बारिश के मौसम में बाहर रख देते हैं तो उनपर फंगस जम जाता है। ठीक इसी प्रकार से फंगस वातावरण में ही मौजूद होता है। जब हमारी इयुनिटी कमजोर होने लगती है, तब वो रोग में तदील हो जाता है।

फिलहाल यही हो रहा है।

न्होंने बताया कि लैक फंगस उन लोगों को हो रहा है, जो कोविड पेशेंट्स रह चुके हैं, जिन लोगों ने स्टेरॉयड दवाओं का सेवन किया है और जिनका शुगर लेवल मेंटेन नहीं हैं। ये तीन चीजें जिन मरीजों में मिल रही हैं, उनमें फंगस होने का खतरा अधिक है। इसलिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि अपने डायबिटीज लेवल को मेंटेन रों। इससे इयुनिटी बनी रहेगी और लैक फंगस का इंफेक्शन नहीं होगा। जिन लोगों को कोविड-19 का संक्रमण हुआ है वे स्टेरॉयड डॉक्टर की सलाह पर ही लें। इसके साथ ही जिन रोगियों को ऑक्सीजन लग रही है वे रोजाना ऑक्सीजन के रेग्यूलेटर में लगे पानी को बदलें।

साफ-सफाई का रखें ध्यान

लैक फंगस से बचाव के लिए साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखें। मरीज के आसपास रोज चादर बदली जानी चाहिए। तकिया इत्यादि को भी साफ रखे जाने की जरूरत है। लंबे समय तक तकिये को धूप नहीं दिखाई गई होती है, इस कारण उसमें भी फंगस हो जाता है। इससे मरीज को फंगस लगने का चांस बढ़ जाता है। इसलिए साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। उन्होंने कहा कि एसएन मेडिकल कॉलेज में लैक फंगस के इलाज के लिए सरकार ने सभी दवाएं उपलध कराई हैं। यदि किसी को लैक फंगस जैसी कोई परेशानी होती है, तो एसएन की इमरजेंसी में मरीज को उपचार उपलध होगा।

बचाव के तरीके

लड शुगर नियंत्रित रखें

स्टेरॉयड डॉक्टर की सलाह पर ही लें

कोविड मरीज को ऑक्सीजन देते समय उसका पानी रोजाना बदला जाए

दिन में दो बार नाक को सलाइन से धोएं।

साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें

मरीज के चादरों को रोज बदले, तकिये को धूप दिखाएं

लैक फंगस से बचाव के लिए जरूरी है कि डायबिटीज को नियंत्रित रखा जाए। अब तक सामने आया है कि जिन लोगों में लैक फंगस मिल रहा है उनमें सभी की शुगर लेवल अनियंत्रित है।

डॉ। अखिल प्रताप सिंह,

सहायक आचार्य, ईएनटी विभाग, एसएनएमसी