-शासन ने सुरक्षा के लिहाज से जारी किए अधिकारियों को आदेश

-बैरेक में होने वाली गतिविधियों पर भी रखी जा सकेगी अब नजर

आगरा। जेल में तैनात बंदी रक्षकों को बॉडीवार्न कैमरे से लैस करने की तैयारी की जा रही है। सुरक्षा के लिहाज से यह निर्णय लिया गया है। इस संबंध में शासन से संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। इससे जेल सुरक्षा व्यवस्था और बंदियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकेगी। जिला जेल में इससे संबंधित सभी तैयारियों को पूरा कर लिया गया है। जेल में जल्द बंदी रक्षक बॉडीवार्न कैमरे के साथ नजर आएंगे।

बंदी रक्षकों की ड्रेस पर किए जाएंगे फिट

बंदी रक्षकों को कैमरे से लैस करने की तैयारी अंतिम चरण में है। इसके अंतर्गत ड्यूटी पर मुस्तैद रहने वाले बंदी रक्षकों की ड्रेस में यह कैमरे फिट किए जाएंगे। डयूटी शुरू होने के साथ ही यह कैमरे बंदी रक्षकों की वर्दी में फिट किए जाएंगे, डयूटी ऑफ होने से पहले उनको उतारा नहीं जा सकता है। ड्यूटी के समय बंदी रक्षक बैरेक के बाहर ड्यूटी दे सकेंगे। इस समय उनकी गतिविधियों के साथ बंदी रक्षकों की गतिविधियों पर भी नजर रहेगी। पूर्व में आए बंदियों के बीच मारपीट के मामलों को ध्यान रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। ड्यूटी ऑफ होने के साथ ही कैमरों को भी जमा कराना होगा।

जेल परिसर की मिलेगी अपडेट

बंदी रक्षकों के साथ ड्यूटी के दौरान परिसर में होने वाली पल-पल की अपडेट की खबर अधिकारियों को मिल सकेगी। इसके साथ ही बैरेक के आसपास गतिविधियों पर भी नजर रहेगी। वहीं जेल परिसर के मुख्य प्वाइंटस पर कैमरे लगाए जाएंगे। सुरक्षा के लिहाज से बंदियों को परिसर में लगे कैमरों को कंट्रोल रूम से ही ऑपरेट किया जाएगा। इसके साथ ही अगर कोई आपत्तिजनक मामला सामने आता है तो तत्काल जाकर उस पर संज्ञान लिया जाएगा। हालही में अस्थाई जेल में बंदियों के भागने व भागने के प्रयास के मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में बंदियों पर निगरानी रखी जा सकेगी, सुरक्षा की दृष्टि से यह निर्णय लिया गया है।

बंदी रक्षकों की मनमानी पर अंकुश

बंदी रक्षकों की वर्दी में कैमरे फिट होने से उनकी मनमानी पर अंकुश लगाया जा सकेगा। बंदी रक्षक ड्यूटी के दौरान मनमानी करते थे, लेकिन अब बॉडीवार्न कैमरे लगने से वह इधर-उधर की बातों पर ध्यान न देकर अपनी ड्यूटी पर ही फोकस कर सकेंगे। इसके साथ ही बैरेक में होने वाली प्रत्येक गतिविधि को भी गंभीरता से लिया जा सकेगा, क्योंकि इसकी मॉनिटरिंग जेल अधीक्षक कार्यालय से की जाएगी। इस दौरान अगर कोई मोबाइल फोन पर बात करते या सोशल मीडिया पर व्यस्त नजर आएगा तो इसको रिकॉर्ड किया जाएगा। आलाधिकारियों द्वारा इसको गंभीरता से लेते हुए कार्यवाई भी की जा सकेगी।

वर्जन

इस संबंध में जो भी आदेश मिलते हैं, उनका पालन किया जाएगा। शासन द्वारा इस मामले में आदेश डीजी जेल को भेजा है। जहां से जिला जेल में भेजा जाएगा। बंदी रक्षकों के कैमरे लगने से परिसर में होने वाली हर गतिविधि पर निगरानी रखी जा सकेगी। इसकी तैयारी चल रही है।

शशिकांत मिश्रा, जेल अधीक्षक, जिला जेल