-कोविड की तीसरी लहर के बाद पांच महीने बाद खुले प्राइमरी बच्चों के स्कूल

-पहले दिन 30 फीसदी स्टूडेंट्स पहुंचे स्कूल

आगरा। कोरोना की दूसरी लहर के बाद बुधवार को प्राइमरी के स्टूडेंट्स के स्कूल खुले। पांच महीने बाद स्कूल आने वाले बच्चों के चेहरे पर स्कूल आने की खुशी थी, तो उन्हें छोड़ने आए पैरेंट्स के चेहरे पर अपने नौनिहालों के लिए चिंता का भाव भी दिखा। स्कूलों के बाहर सुबह ऐसा माहौल था कि मानो पैरेंट्स पहली बार अपने बच्चे को स्कूल छोड़ने आए हों। हालांकि स्कूलों में सुरक्षा का ध्यान रखा गया, बच्चों को मास्क पहनाकर और हाथों को सेनेटाइज करने के बाद ही स्कूल में एंट्री दी गई।

स्कूलों में हुआ भव्य स्वागत

पांच महीने बाद स्कूल खुले, तो 30 फीसद विद्यार्थी उत्साह के साथ स्कूल पहुंचे। उनके पहले दिन को यादगार बनाने को स्कूलों ने इंतजाम किए थे। ढोल बजाकर, तिलक लगाकर और गिफ्ट देकर उनका स्वागत किया गया। विद्यार्थियों ने भी दोस्तों से खूब बातें कीं। सतर्कता के बीच थोड़ा डर भी दिखा। दयालबाग स्थित प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल में स्टूडेंट्स को माला पहनाकर, तिलक कर स्वागत किया गया। चॉकलेट से उनका मुंह मीठा कराया गया। स्कूल के डायरेक्टर डॉ। सुशील गुप्ता ने बताया कि कोविड प्रोटोकाल के बीच दो घंटे में विभिन्न गतिविधियां जैसे डां¨सग, ¨सगिग आदि कराई गईं, ताकि स्टूडेंट्स अवसाद, कुंठा और एकाकीपन को भूल स्कूल के माहौल में रम जाएं।

तिलक लगाकर स्टूडेंट्स का हुआ स्वागत

स्टूडेंट्स जब स्कूल पहुंचे तो उनका विभिन्न स्कूलों में अलग-अलग तरह से स्वागत किया गया। सिकंदरा स्थित होली पब्लिक स्कूल पहुंचे स्टूडेंट्स के हाथों से स्कूल गेट पर लगा रिबन कटवाकर, उनका तिलक कर स्वागत किया गया। टीचर्स ने तालियां बजाकर उनका अभिवादन किया। शिवालिक स्कूल में बच्चों का स्वागत तिलक लगाकर और गिफ्ट देकर किया गया। स्कूल डायरेक्टर शिवांग यादव व गौरांग यादव ने बताया कि पहले दिन गीत, कविता, कहानियों के माध्यम से बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाया गया।

25 से 30 फीसद रही अटेंडेंस

नेशनल एसोसिएशन ऑफ प्रोग्रेसिव स्कूल ऑफ आगरा (नप्सा) प्रेसिडेंट संजय तोमर ने बताया कि पहले दिन स्कूलों में 25 से 30 फीसद उपस्थिति रही। वर्तमान माहौल में हमें इतनी ही उम्मीद थी। आने वाले दिनों में इसमें और इजाफा होगा।

कम पहुंचे स्टूडेंट

परिषदीय विद्यालयों में दिखा उत्साह बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक स्कूल खुलने के बाद हालांकि टीचर्स को स्टूडेंट्स के आने का इंतजार करना पड़ा था, लेकिन प्राथमिक कक्षाओं के स्टूडेंट्स में स्कूल आने का काफी उत्साह था। ज्यादातर स्कूलों में स्टूडेंट्स सुबह स्वेच्छा से स्कूल पहुंच गए। सिकंदरा प्राथमिक स्कूल कन्या में स्टूडेंट्स निर्धारित समय पर सुबह आठ बजे पहुंच गए, लेकिन साढ़े आठ बजे तक शिक्षकों के न आने के कारण उन्हें गेट पर ही इंतजार करना पड़ा। सिकंदरा स्थित प्राथमिक स्कूल बालक में स्टूडेंट्स के पहुंचने के बाद सुबह साफ-सफाई हुई।

पुरानी किताबों से हुई नए सेशन की स्टडी

पुरानी किताबों से हुई नए सेशन में स्टडी न्यू आगरा स्थित प्राथमिक स्कूल में 280 में से 120 स्टूडेंट्स समय से पहुंचे। उनकी पढ़ाई भी शुरू हुई, लेकिन स्टूडेंट्स को नए सत्र की किताबें अब तक नहीं मिली हैं। इस कारण नए सत्र के पहले दिन उन्हें पिछले साल की पुरानी किताब से पढ़ना पढ़ा। स्कूल में निर्माण कार्य के कारण कुछ अव्यवस्थाएं दिखीं। बारिश का पानी भी परिसर में भरा होने के कारण स्टूडेंट्स को कक्षा तक पहुंचने में परेशानी हुई।

वर्जन

पहले दिन स्कूलों में 25 से 30 फीसद उपस्थिति रही। वर्तमान माहौल में हमें इतनी ही उम्मीद थी। आने वाले दिनों में इसमें और इजाफा होगा।

-संजय तोमर, प्रेसिडेंट, नप्सा

कोविड प्रोटोकॉल के साथ स्कूल बुधवार को खुले। इस दौरान स्टूडेंट्स को सिंगिंग, डांसिंग जैसी एक्टिविटी कराई। इससे बच्चों में उत्साह देखने को मिला।

-डॉ। सुशील गुप्ता, डायरेक्टर, प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल