- नाइट कफ्र्यू से शहर के कारोबार पर पड़ेगा असर

- रेस्टोरेंट व शोरूमों को होगा नुकसान

- वेडिंग इंडस्ट्री में असमंजस की स्थिति

- डीएम ने कहा-अभी नाइट कफ्र्यू पर विचार नहीं

आगरा। ताजनगरी में कोरोनावायरस के केसेज लगातार बढ़ते जा रहे हैं। यूपी के कई शहरों में कोरोना संक्रमण को बढ़ता देख नाइट कफ्र्यू लागू कर दिया गया है। आगरा में भी कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं। जनपद में 500 से अधिक कोरोना के केस हो गये हैं। ऐसे में आगरावासियों को भी डर है कि कहीं यहां भी नाइट कफ्र्यू न लग जाए। व्यापारियों के मन में फिर से चिंता आने लगी है कि इससे उनका व्यापार फिर से प्रभावित हो जाएगा।

कारोबारियों को होगा नुकसान

शहर में नाइट कफ्र्यू लगने से कारोबारियों को काफी नुकसान होगा। शहर में दिनभर काम करने के बाद या जॉब से वापस आने के बाद शाम को ज्यादातर लोग बाजारों में फुरसत के साथ निकलते हैं। अपनी जरूरत का सामान खरीदते हैं। लेकिन नाइट कफ्र्यू लगने के बाद बाजार प्रभावित हो सकता है। कक्कड़ ज्वैलर्स के परम कक्कड़ बताते हैं कि हमारा पिछले साल भी अनलॉक का एक्सपीरियंस है कि दिन में कस्टमर्स नहीं आते हैं। गर्मी के दिन आ गए हैं, ऐसे में कस्टमर्स शाम को ही आते हैं। यदि नाइट कफ्र्यू लगता है इससे बाजार पर असर पड़ता है।

रेस्टोरेंट कारोबारियों को ज्यादा नुकसान

नाइट कफ्र्यू से सबसे ज्यादा नुकसान रेस्टोरेंट कारोबारियों को होगा। भगत स्वीट्स के शिशिर भगत बताते हैं कि यदि नाइट कफ्र्यू लगता है तो रेस्टोरेंट कारोबारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि बीते साल का नुकसान हम अभी तक झेल नहीं पाए हैं। यदि फिर से लॉकडाउन लग जाता है तो हमारे कारोबार पर फिर से मंदी की मार पड़ेगी। तिरूपति डोसा फैक्टरी के ओनर निखिल बताते हैं कि शाम को ही लोग अपने घर से बाहर कुछ खाने के लिए निकलते हैं। गíमयों के दिनों में 8 से 12 बजे तक अच्छा कारोबार होता है। अब आईपीएल भी शुरू हो गए हैं, ऐसे में लोग मैच खत्म होने के बाद रेस्टोरेंट्स में खाने पीने के लिए आते हैं। लेकिन नाइट कफ्र्यू लग जाएगा तो पूरे व्यापार पर नुकसान होगा। आईपीएल सीजन से जो बाजार में तेजी आने वाली होगी उस पर भी लगाम लग जाएगी। इसलिए नाइट कफ्र्यू नहीं लगना चाहिए।

असमंजस में बैंड बाजा बारात

नाइट कफ्र्यू को लेकर वेडिंग इंडस्ट्री काफी असमंजस में हैं। नाइट कफ्र्यू से उनकी सांसें थम गई हैं। यदि नाइट कफ्र्यू लग गया तो बैंड बाजा बारात यानि वेडिंग इंडस्ट्री का पूरा सीजन ठप हो सकता है। सुधीर बैंड के ओनर रिकी शर्मा बताते हैं कि मई में शहर में हजारो शादियां हैं, उनकी बुकिंग आ चुकी है। यदि नाइट कफ्र्यू लगता है तो व्यापार में काफी परेशानी आएगी। अभी से जून में होने वाली शादियों के लिए बुकिंग आना बंद हो गया है। वे बताते हैं कि कोरोना के कारण पिछले साल भी हमारा पूरा कारोबार ठप रहा था। यदि नाइट कफ्र्यू लगता है तो इस बार भी काफी मुश्किल होगी।

वर्जन

गíमयों में लोग शाम को ही घर से बाहर निकलते हैं, बाहर कुछ खाते हैं, आईपीएल भी शुरू हो चुका है। इससे भी कारोबार में तेजी आने की उम्मीद थी। नाइट कफ्र्यू लगता है तो काफी नुकसान होगा।

-निखिल अग्रवाल, ओनर तिरूपति डोसा फैक्टरी

नाइट कफ्र्यू से पूरा व्यापार मंद हो जाएगा। कोरोना के कारण बीता साल भी काफी खराब निकला। इससे व्यापार पर काफी नुकसान हुआ। रेस्टोरेंट के किराए से लेकर कर्मचारियों की सैलरी तक निकालना मुश्किल हुई। नाइट कफ्र्यू नहीं लगना चाहिए

-शिशिर भगत, भगत स्वीट्स

पिछले साल भी अनलॉक का एक्सपीरियंस है। दिन में कस्टमर्स नहीं आते हैं। गर्मी के दिन आ गए हैं, ऐसे में कस्टमर्स शाम को ही आते हैं। यदि नाइट कफ्र्यू लगता है इससे बाजार पर असर पड़ेगा।

-परम कक्कड़, कक्कड़ ज्वैलर्स

अभी नाइट कफ्र्यू पर विचार नहीं

अभी नाइट कफ्र्यू को लेकर कोई विचार नहीं किया गया है। कोरोना से बचाव के लिए लोग सावधानी बरतें। शादियों के लिए बंद जगह पर 100 लोगों और ओपन स्पेस में 200 लोगों की अनुमति है।

-प्रभु एन। सिंह, जिलाधिकारी