आगरा(ब्यूरो)। 25 मार्च को होली खेली जाएगी। इसे लेकर लोगों के घरों में तैयारियां भी हो गई हैं। बाजार मिठाइयों की अलग-अलग वैरायटियां मिलना शुरू हो गई हैं। होली के मौके पर गुझिया की सबसे अधिक डिमांड बाजार में रहती है। जो मावा से तैयार की जाती है। इससे मावा की खपत और बढ़ जाती है, मुनाफाखोर मिठाई की डिमांड को पूरा करने के लिए नकली मावा का इस्तेमाल करते हंै। जो स्वास्थ्य के लिए घातक है।

सिंथेटिक दूध से तैयार नकली मावा
त्योहारी सीजन में मावा की डिमांड इतनी ज्यादा रहती है कि दूध से बने हुए असली मावा से बाजार की डिमांड पूरी करना मुश्किल है। इसीलिए नकली दूध तैयार किया जाता है और इस दूध से खोया बनाया जाता है इस दूध को बनाने के लिए कई खतरनाक केमिकल्स का प्रयोग किया जाता है। ये केमिकल सेहत के लिए बहुत खतरनाक होते हैं।

ऐसे तैयार हो रहा नकली मावा
मावा की गुणवत्ता की बात की जाए तो 4 किलो दूध से लगभग एक किलो 200 ग्राम मावा तैयार होता है। त्योहारी सीजन में दूध की इतनी डिमांड को पूरी करना मुश्किल होता है। सबसे पहले मावा बनाने के लिए व्यापारी दूध से 70 से 80 प्रतिशत तक क्रीम निकाल लेते हैं फिर इसकी कमी पूरी करने के लिए कई तरह के केमिकल, रिफाइंड ऑइल, खतरनाक पाउडर का उपयोग करते हैं ये सभी चीजें सेहत के लिए कई तरह से खतरनाक होती हैं।

कोल्ड स्टोर में मावा का स्टॉक
ऑफ सीजन में दूध सस्ता रहता है इसलिए मिलावटखोर उस सीजन में मावा स्टोर करके कोल्ड स्टोर में रखते हैं फिर त्योहारी सीजन में इसका यूज होता है। पुराना मावा देखने में बहुत ही मजबूत नजर आता है, इसको आग में गरम करने के बाद केमिकल के साथ दूध मिक्स किया जाता है।

कैसे करें नकली मावा की पहचान
होली का त्योहार करीब है। इस समय बाजार में खुलेआम नकली मावा की बिक्री हो रही है। क्योंकि मावा से ही गुझिया और अन्य मिठाइयों को बनाया जाता है। ऐसे में आमतौर पर लोग नकली मावा की पहचान नहीं कर पाते हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि आखिर नकली मावा की पहचान कैसे किया जाए तो आपको बता दें नकली मावा हाथ में रगडऩे पर दानेदार नहीं होता है। नकली मावा में घी जैसी महक नहीं होती है। नकली मावा को रगडऩे पर हाथों में रंग आने लगती है।

मावा मिलावट खाद्य वस्तुएं
एक्सपायर ग्लूकोज
दूध से 70 से 80 प्रतिशत क्रीम निकालने के बाद दूध का टेस्ट खत्म हो जाता है इसका टेस्ट बढ़ाने के लिए एक्सपायर ग्लूकोज का अत्यधिक मात्रा में उपयोग करते हैं जिससे मावा का टेस्ट बढ़ जाता है।

सस्ता रिफाइंड ऑइल
दूध से क्रीम निकालने के बाद इसकी चिकनाई खत्म हो जाती है लोगों को ये न लगे कि ये नकली है इसलिए इसमें चिकनाई के बेकार क्वॉलिटी का रिफाइंड ऑइल यूज किया जाता है।

केमिकल का सीक्रेट पाउडर
नकली मावा बनाने के लिए एक अलग ही तरह का सीक्रेट पाउडर डाला जाता है ये पाउडर मावा को रबादार और स्वादिष्ट बनाता है हालांकि ये बहुत ख़तरनाक होता है। आगरा के दरेसी, जीवनी मंडी और राजस्थान के राजाखेड़ा में कुछ चुनिंदा जगहों पर मिलता है।

चावल का आटा
दूध से क्रीम निकाल लेने के बाद ये पूरी तरह हल्का हो जाता है तो मिलावटखोर सस्ते और बेकार चावलों को खरीद कर इनका आटा निकाल लेते हैं इससे खोया का वजन बढ़ता है।

फैक्ट्री में घूम रहे थे डॉग
आगरा से लगभग 60 किलोमीटर दूर राजस्थान बॉर्डर पर जब हम एक मावा बनाने की फैक्ट्री पर पहुंचे तो वहां बड़े बड़े बॉयलर लगे हुए थे पास ही में गंदगी बिखरी पड़ी थी। कुछ डॉग भी वहीं घूम रहे थे। सड़ा हुआ मावा क्रीम बदबूदार जगह जो स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल भी ठीक नहीं है। विक्रेता से बातचीत के बाद सक होने पर स्थिति बिगडऩे लगी। इसके बाद वहां से विक्रेता वो सब चीजें हटाने लगा। विवाद बढ़ता देख हम वहां से निकल आए लेकिन फैक्ट्री का पूरा दृश्य और नकली मावा तैयार करने में इस्तेमाल वस्तुएं अपने हिडिन कैमरे में कैद कर ली गई थीं।

रिपोर्टर और विक्रेता की बातचीत
विक्रेता- क्या लेना है भाई इधर-उधर मत जा इस तरफ आ।
रिपोर्टर- कुछ नहीं बस कुछ मावा लेना था।
विक्रेता- हां, तो ठीक है इस तरफ आ वहां क्या देख रहा है।
रिपोर्टर- भैया गंदगी बहुत ज्यादा है मावा तो ठीक होगा।
विक्रेता- भाई हम लोग पूरे आगरा शहर को यही खिला रहे हंै सब एकदम ताज़ा है।

-रिपोर्टर- यहां ये जमीन में जो रखा है इसको क्यों मिला रहे हो?

विक्रेता-अरे ये पुराना खोया है सब चला जाता है आज गलती से रख गया है।

रिपोर्टर- फिर ये आप मावा में क्यों डाल रहे हो।

विक्रेता-सकपकाते हुए बोला आपको लेना नहीं है, लगता है।

रिपोर्टर- ठीक है एक किलो दे दीजिए। कितने का है।

रिपोर्टर की व्यापारी से बात-चीत
व्यापारी - हम एक दम शुद्ध मावा बेचते हैं, नकली नहीं है।
रिपोर्टर - ठीक है, हम टेस्टिंग लैब पर चेक कराएंगे
व्यापारी - माफ करो आप, नहीं देना आपको
रिपोर्टर- ऐसा क्यों हम आपको रुपए दे रहे हैं।
व्यापारी - कुछ तो मिलावट करनी पड़ती है, कुछ भी शुद्ध नहीं हैं यहां पर।
रिपोर्टर- आपके बर्तन साफ नहीं है, गंदगी है।
व्यापारी-पुराना मावा रखा होगा, आपको ताजा मिलेगा।
रिपोर्टर - ठीक है ताजा भी दिखा दो आप, व्यापारी गुस्से मेें।

व्यापारी -आपको देना ही नहीं है, कानून ज्यादा बता रहे हो।

रिपोर्टर- नाराज क्यों हो रहे हो, पैसे देंगे तो माल भी सही लेंगे।


शुक्रवार को लिए गए 16 नमूने
मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश गुप्ता ने बताया कि शुक्रवार को कई स्थानों पर कार्रवाई की गई है। जिसमें मधुनगर स्थित व्यापारिक प्रतिष्ठान गोस्वामी मिष्ठान भंडार, मधुनगर चौराहा, बालाजी मिष्ठान भंडार लंगड़े की चौकी, भगत हलवाई खंदारी, जनता डेयरी किरावली, श्रीनाथ स्नैक्स किरावली, पवन किराना खंदौली, ताजनगरी फेस-सैकेंड से बेसन, खोया, पनीर रेडचिल्ली सॉस, टोमेटो सॉस, बेसन के लडडू, घी, दही, बेसन, हल्दी पाउडर, बेसन के पापड़, नमकीन और साबूदाने के सेंपल लिए गए हैं।

सोमवार को लिए गए नूमने
20
मंगलवार को लिए गए नमूने
16
बुधवार को लिए गए नमूने
05
-गुरुवार को लिए गए नमूने
13
-शुक्रवार को लिए गए नमूने
16